‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर होगा प्रॉपर्टी आईडी की त्रुटियों का समाधान
करनाल, 22 जून (हप्र)
एनडीसी पोर्टल पर प्रॉपर्टी आईडी से संबंधित डाले गए ऑब्जेक्शन का समाधान अब ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा।
इससे निगम में काम करने वाले कर्मचारियों को अब सिफारिशी लोगों का दबाव नहीं सहना पड़ेगा। ऑब्जेक्शन का समाधान भी अधिकतम 7 दिनों में हो रहा है, राइट टू सर्विस एक्ट की बात करें तो उसमें 10 दिन का समय बताया गया है।
बृहस्पतिवार को प्रॉपर्टी टैक्स शाखा के साथ एक समीक्षा मीटिंग में नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने यह जानकारी दी। वर्तमान में करीब 15 सौ ऑब्जैक्शन ऑन रिकॉर्ड हैं, इन्हें जल्दी निपटाने के लिए निगमायुक्त ने ब्रांच के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शनिवार व रविवार को भी ऑनलाइन काम करें। उन्होंने बताया कि फिलहाल ज्यादा मामले नयी प्रॉपर्टी आईडी बनाने को लेकर आ रहे हैं। अब ऐसे मामलो को निपटाने के लिए उन्होंने बिल्डिंग ब्रांच को जिम्मेदारी दी, इससे टैक्स ब्रांच पर बोझ कम होगा और काम में तेजी आएगी।
उन्होंने बिल्डिंग ब्रांच के कर्मचारियों को निर्देश दिए कि एक दिन में कम से कम 10 मामलों की फील्ड विजिट कर,उसे पोर्टल पर अपलोड करें।
संपत्ति मूल्यांकन के घर-घर बंटेंगे नोटिस
समीक्षा मीटिंग में निगमायुक्त ने जानकारी दी कि अब नगर निगम के अधीन सभी वाणिज्यिक, आवासीय एवं खाली प्लॉटों की एसेसमेंट के नोटिस बांटे जाएंगे। निगमायुक्त ने बताया कि एनडीसी पोर्टल पर स्वयं सत्यापित की सुविधा है। नागरिक अपनी प्रॉपर्टी आईडी डालकर डिटेल को चैक कर सकते हैं। चैकिंग में सब कुछ ठीक पाए जाने पर ओके कर दें, त्रुटि है तो उसका ऑब्जेक्शन डाल दें।