कंटेंट तैयार करने के जिम्मेदार पेशेवर
नरेंद्र कुमार
आज सोशल मीडिया में कंटेंट क्रिएटरों की जो लंबी-चौड़ी फौज है। शुरू में इनमें से ज्यादातर लोगों ने यह यात्रा शौकिया शुरू की थी, लेकिन आज सोशल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन एक बड़ी इकोनॉमी बन चुकी है। सिर्फ हिंदुस्तान में ही 10 लाख से ज्यादा लोग हैं, जो यू-ट्यूब में पेशेवर तौरपर कंटेंट अपलोड करते हैं। अनुमानों का जो एक साझा निष्कर्ष है, उसके मुताबिक सोशल मीडिया से करीब 6 लाख लोग मध्यम दर्जे की कमाई कर रहे हैं यानी उन्हें हर महीने औसतन 35 -40 हजार रुपये आय हो जाती है। करीब 20 से 30 हजार ऐसे कंटेंट क्रिएटर हैं जो औसतन 70 से 80 हजार रुपये प्रति माह कमा लेते हैं और करीब 5 हजार ऐसे सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर हैं, जिनकी सालाना कमाई 12 से 14 लाख रुपये है। जबकि 300 से 500 के बीच ऐसे कंटेंट क्रिएटर हैं जिनकी सालाना कमाई 50 लाख रुपये या इससे भी अधिक है। धीरे-धीरे सोशल मीडिया एक बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रही है। एक अमेरिकी अध्ययन के मुताबिक साल 2022 के अंत तक कंटेंट क्रिएशन इकोनॉमी 21 बिलियन डॉलर से पार जा चुकी थी और 28 से 30 फीसदी की दर से नियमित आगे बढ़ रही थी। आज की लाइफस्टाइल का जिस तरह से सोशल मीडिया कंटेंट हिस्सा बन चुका है, उसे देखते हुए निकट भविष्य में कभी कंटेंट इकोनॉमी में मंदी आने के आसार नहीं। वजह यह है कि उद्योग जगत के कारोबार के विज्ञापन और विपणन के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सबसे सस्ता है।
जाहिर है आने वाले दिनों में कंटेंट क्रिएटरों की मांग काफी ज्यादा होगी। खासकर अगले 24-25 सालों तक तो भारत में इसका बोलबाला रहना ही है। भारत विकासशील से विकसित देश की तरफ बढ़ेगा, तो कंटेंट इकोनॉमी नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगी। सवाल है कि अगर आपको इस फील्ड में अपना कैरियर बनाना हो तो सबसे पहले अपने अंदर यह जांचना होगा कि क्या आपमें किसी विषय पर शोध, लेखन, संपादन के साथ-साथ टारगेट ऑडियंस की जरूरतों को जानने-समझने का गुण है? किसी भी कंटेंट क्रिएटर को सबसे पहले एक ऐसा लेखक बनना होता है, जिसकी लिखी हुई चीजों पर ऑडियंस देखने और सुनने को उत्सुक हो? कंटेंट क्रिएटर बनने के लिए क्रिएटिविटी, प्रस्तुति की तकनीक और कला भी चाहिये।
जरूरी शिक्षा व स्किल्स
आने वाले दिनों में कंटेंट क्रिएशन व्यक्तिगत बिजनेस नहीं रहेगा बल्कि हर ठीक-ठाक कंटेंट बनाने को टीम बनानी पड़ेगी, ऐसे में प्रोफेशनल कैमरामैन से लेकर प्रोफेशनल वीडियो एडिटर तक की मांग भी काफी ज्यादा होगी। लेकिन शुरुआती स्तर पर ये सारे काम आपको भी सीखने होंगे ताकि इस क्षेत्र में अपना कारोबार जमा सकें। जहां तक कंटेंट क्रियेटर बनने के लिए आप राइटिंग, कॉपी राइटिंग, कंटेंट स्ट्रेटजी, सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएशन और कंटेंट मैनेजमेंट जैसे कोर्स पर विचार कर सकते हैं। हालांकि ज्यादातर जन संचार संस्थानों में अभी तक पत्रकारिता और संचार माध्यमों से संबंधित ही कोर्स उपलब्ध हैं। लेकिन यूडेमी, लिंक्डइन लर्निंग और हॉब्स्पॉट जैसे प्लेटफॉर्म इस क्षेत्र के व्यवहारिक कोर्स मुफ्त भी करा रहे हैं या फिर बहुत मामूली चार्ज कर रहे हैं।
स्पेशलाइजेशन के क्षेत्र का चुनाव
इस क्षेत्र में अगर आर्थिक कमाई के मद्देनजर आपको अपनी तैयारी करनी है, तो किसी क्षेत्र विशेष की जानकारियां देने में आपको विशेषज्ञता हासिल करनी होगी। मसलन चाहे खानपान का फूड और रेस्तरां बाजार हो या फैशन का बाजार हो या मेडिकल और हॉस्पिटैलिटी का क्षेत्र हो- हर क्षेत्र अपने प्रचार प्रसार के लिए आजकल बड़े पैमाने पर इस सोशल मीडिया का सहारा लेता है। फैशन बाजार पर लोकप्रिय वीडियो बनाने के लिए आपको न सिर्फ इस क्षेत्र की जानकारी हासिल करनी होगी बल्कि इस विशेष क्षेत्र की भाषा, कारोबारी अंदाज और उसकी लोकप्रिय शब्दावली भी सीखनी होगी। तभी आप इस क्षेत्र में कमाऊ कंटेंट क्रिएटर बन सकते हैं।
आजकल बहुत सारी कंपनियां और दूसरे संस्थान अपने प्रमोशन के लिए ब्लॉग्स तैयार करवाते हैं। इसलिए इस क्षेत्र में काफी बड़े स्तर का फ्रीलांसिंग जॉब भी उपलब्ध हैं। इस क्षेत्र में सफलता के लिए आपके पास अच्छी भाषा व स्पष्ट और ईमानदार नजरिये की भी जरूरत होगी। चूंकि यह क्षेत्र हर दिन और हर समय बाजार के बीच उपलब्ध रहने वाला क्षेत्र है। इसलिए न सिर्फ आपको अपने काम की क्वालिटी मेंटेन रखनी होगी बल्कि काम की गति भी नियमित बनाये रखनी होगी। कंटेंट क्रिएशन में कैरियर बनाना चाहते हैं तो निरंतरता जरूरी है। -इ.रि.सें.