पेशेवर महिलाएं सामाजिक भूमिका निभाने को आगे आएं : प्रदीप जोशी
चंडीगढ़, 26 सितंबर (ट्रिन्यू)
निवेदिता ट्रस्ट ने पंजाब यूनिवर्सिटी के सहयोग से प्रतिष्ठित समाज सुधारक और दूरदर्शी शासक महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती मनाने के लिए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध बॉलीवुड और शास्त्रीय गायिका डॉ. जसपिंदर नरूला शामिल हुईं।
प्रख्यात विचारक प्रदीप जोशी ने कार्यक्रम में मुख्य भाषण दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति डॉ. रेनू विग ने की। कार्यक्रम में ट्राइसिटी क्षेत्र की प्रतिष्ठित महिला पेशेवरों के साथ-साथ कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान महारानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और योगदान, विशेषकर सामाजिक सुधारों और वास्तुशिल्प कार्यों में उनके नेतृत्व पर एक विशेष वृत्तचित्र दिखाया गया।
इस अवसर पर प्रतिष्ठित महारानी अहिल्या बाई होल्कर पुरस्कार 2024 उल्लेखनीय महिलाओं को उनकी उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया, जिनमें प्रतिष्ठित पंजाबी लोक गायिका डॉ. सुनैनी शर्मा, शिक्षाविद डॉ. अनीता कौशल और डॉ. सपना नंदा, कवयित्री उषा शर्मा, पूर्व कुलपति डाक्टर विनय कपूर मेहरा, गुनीत स्वानी, डा. लतिका शर्मा व डा. नंदिता सिंह आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर प्रदीप जोशी ने महारानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन की विभिन्न प्रेरक कहानियों को साझा किया। उन्होंने प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में महिलाओं की स्थिति का विशेष रूप से उल्लेख किया। जोशी ने कहा कि पेशेवर महिलाएं सामाजिक भूमिका निभाने को आगे आएं। मुख्य अतिथि डॉ. जसपिंदर नरूला ने महारानी अहिल्याबाई होल्कर के व्यक्तित्व और योगदान की प्रशंसा करते हुए पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को बधाई भी दी।
कार्यक्रम के बाद डॉ. जसपिंदर नरूला, कुलपति डॉ. रेनू विग और डॉ. सपना नंदा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए शास्त्रीय संगीत खासकर गुरमत संगीत को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्र के उभरते गायकों और संगीत शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए एक कार्यक्रम की घोषणा की।
गुरुबानी की रिकॉर्डिंग और प्रचार में उनके दिवंगत पिता केसर सिंह नरूला की भूमिका को याद करते हुए डॉ. विग ने डॉ. जसपिंदर नरूला के दृष्टिकोण और योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया।