गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश उत्सव पर निकाली शोभायात्रा
भिवानी, 5 जनवरी (हप्र)
प्रकाश उत्सव की पूर्व संध्या पर पुरानी देवसर चुंगी स्थित गुरद्वारा साहिब से पंज प्यारों की अगुवाई में शोभायात्रा का निकाली गई। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को फूलों से सजी पालकी में एवं दस गुरुओं व चार साहिबजादों की प्रतिमाओ को अलग अलग घोड़ा पालकी में सजाकर भक्तों के दर्शनार्थ के लिए शहर के मुख्य मार्गों पर ले जाया गया। पंज प्यारों के आगे महिलाओं ने झाड़ू लगाकर रास्ते को पानी से पवित्र किया तथा फूलों की बौछार भी की गई।
यमुनानगर के गांव मछरौली के बाबा बलवंत सिंह भी पहुंचे जिन्होंने पिछले 25 वर्षो अपने सिर पर 800 मीटर लम्बी दस्तार सजाई हुई थी जिसका कुल वजन 85 किलो है। बाबा बलवंत सिंह का स्वागत भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ ने जो बोले सो निहाल के जयकारे के साथ किया।
शोभायात्रा में सजाई गई भव्य पालकी जब शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी तो शहरवासियों ने नतमस्तक होकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का नमन किया। यह नगर कीर्तन पुरानी देवसर चुंगी गुरूद्वारा साहिब से शुरू होकर रिंग रोड होते हुए दादरी गेट, जैन चौक, बिचला बाजार , कृष्णा कॉलोनी, दिनोद गेट से होते हुए पुरानी देवसर चुंगी गुरुद्वारे में संपन्न हुई। शोभायात्रा में रास्ते में संगत द्वारा प्रसाद बांट कर खूब सेवा की गई।
पंजाब के संगरूर से अकाल गतका ग्रुप द्वारा हैरतअंगेज करतब दिखाए गए। जिसमें आंखों पर पट्टी बांधकर दूसरे सिक्ख युवक के सिर पर नारियल रखकर उसे हथौड़े से तोडऩे के साथ-साथ अन्य करतबों ने भी दर्शकों के दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया। गुरूद्वरा के मुख्य ग्रंथी सतनाम सिंह ने बताया कि श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर भिवानी में नगर कीर्तन का आयोजन किया गया है । जिसमें शहरवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर प्रधान प्रेम कुमार मुटरेजा, ज्ञानसिंह बागड़ी, बलदेव सिंह, लक्ष्मण सिंह फोरमैन, रजनीश चावला, विजय सनेजा, करनेल सिंह बागड़ी, गुरशरण सिंह, महेंद्र सिंह, प्रेम सिंह, सुरेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, पूजा, अंजली चावला, रमन बागड़ी सहित अनेक सेवादार मौजूद रहे।