भाजपा को पंजाब में एकमात्र विकल्प बनाना प्राथमिकता : जाखड़
अदिति टंडन/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 5 जुलाई
पंजाब भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष सुनील जाखड़ का कहना है कि उनका लक्ष्य राज्य की सभी 13 लोकसभा और 117 विधानसभा सीटों पर पार्टी का विस्तार करना होगा। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ दोबारा हाथ मिलाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि 'यदि और जब भी यह होता है' तो मजबूत स्थिति में होना चाहिए।
नियुक्ति के बाद अपने पहले साक्षात्कार में, पूर्व कांग्रेस सांसद जाखड़ ने कहा कि पंजाब में भाजपा की पहुंच परंपरागत रूप से शिअद के साथ पुराने गठबंधन के तहत 23 विधानसभा सीटों तक सीमित थी, लेकिन पार्टी अब चुनौतियों को संभावनाओं में बदल सकती है। उन्होंने कहा, 'हमारा ध्यान भाजपा को लोगों के लिए उपलब्ध एकमात्र विकल्प के रूप में स्थापित करने पर होगा, क्योंकि मान्यता प्राप्त विपक्ष ध्वस्त हो गया है। लोग असंतुष्ट हैं और चाहते हैं कि कोई उनकी आवाज उठाए। हम उस शून्य को भर देंगे।' कृषि कानूनों को लेकर 2020 में एनडीए छोड़ने वाले अकाली दल के साथ गठबंधन पर जाखड़ ने कहा, 'मेरा काम भाजपा को 23 से 117 विधानसभा सीटों तक विस्तारित करना है। चूंकि लोगों के बीच (दोबारा गठबंधन की) चर्चा चल रही है... मेरा विचार है कि जब भी ऐसा कोई निर्णय लिया जाए, तो इसे मजबूत स्थिति से किया जाना चाहिए, जो तभी आएगा जब हमारी जमीन पर उपस्थिति होगी।'
जाखड़ ने कहा कि वह भाजपा कार्यकर्ताओं और पंजाब के लोगों से इस पर प्रतिक्रिया मांगेंगे कि क्या यह विचार (दोबारा गठबंधन का) उन्हें स्वीकार्य है। जाखड़ ने यहां भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के साथ एक बैठक के बाद 'ट्रिब्यून' से कहा, 'आखिरकार आलाकमान देखेगा कि क्या वे एनडीए के लिए कोई राष्ट्रीय स्तर की व्यवस्था चाहते हैं।'
खुद चुनावी दौड़ में नहीं, कैप्टन अपवाद
गुरदासपुर के पूर्व सांसद ने 2024 के लोकसभा चुनाव की दौड़ से खुद को बाहर बताते हुए कहा कि उनका पूरा समय पार्टी पद के लिए लगेगा। पंजाब के पूर्व सीएम अमरेंद्र सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि हालांकि चुनाव लड़ने के लिए भाजपा में 75 वर्ष की आयु सीमा है, लेकिन कैप्टन साहब एक अपवाद हैं। उनकी बेटी पटियाला में काम कर रही है, लेकिन लोकसभा उम्मीदवारों पर चर्चा अभी तक शुरू नहीं हुई है।
ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट : जाखड़ ने पंजाब में 117 सीटों पर भाजपा की विस्तार योजना को एक 'ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट' करार देते हुए कहा कि एक किसान के रूप में वह अच्छी तरह जानते हैं कि कब क्या बीजना है। नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस प्रमुख बनने पर जिस विरोध का सामना करना पड़ा, उसे याद करते हुए जाखड़ ने स्वीकार किया कि एक बाहरी व्यक्ति होने के कारण उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओं की चिंताओं का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, 'स्वाभाविक रूप से कुछ लोग पूछेंगे कि सुनील कौन है। भाजपा का निर्णय मुझ पर सबको साथ लेकर चलने की और भी बड़ी जिम्मेदारी डालता है। चिंताएं स्वाभाविक हैं, लेकिन मैं कार्यकर्ताओं के साथ बैठूंगा और सभी आशंकाओं को दूर करूंगा।'