लड़कियों के इंस्टा अकाउंट पर प्रिंसिपल भेजता था गलत मैसेज
दीपेंद्र देसवाल/ट्रिन्यू
हिसार, 15 नवंबर
जींद के एक सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के आरोपी प्रिंसिपल पर कई और गंभीर आरोप लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रिंसिपल लड़कियों के इंस्टाग्राम अकाउंट पर गलत मैसेज भेजता था। उसने छात्राओं को शिक्षा विभाग द्वारा आवंटित टैब पर सोशल मीडिया संचालित करने की अनुमति दी थी, जबकि आधिकारिक तौर इन टैब पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल प्रतिबंधित है। आरोप है कि जेल में बंद प्रिंसिपल ने एक पीड़िता को ‘143’ लिखकर भेजा। सोशल मीडिया शब्दावली में इसका अर्थ है ‘आई लव यू।’ इन बातों का खुलासा छात्राओं ने उन महिला कार्यकर्ताओं से किया जो पीड़ितों को परामर्श देने के लिए आगे आई हैं। इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के सिक्किम नैन का कहना है कि 30 सितंबर की आत्महत्या पीड़िता के अलावा दो और लड़कियों की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हुई है।
जनवादी महिला समिति (जेएमएस) की प्रदेश अध्यक्ष सविता ने ‘ट्रिब्यून’ को बताया कि लड़कियों ने बेहद भयावह और दुखी करने वाली बातें साझा की हैं। गत 30 सितंबर को अपने घर पर आत्महत्या करने वाली 10+1 कक्षा की लड़की के बारे में विवरण साझा करते हुए, उसकी सहपाठी ने खुलासा किया कि उस दिन पीड़िता की कोई परीक्षा नहीं थी, लेकिन वह स्कूल गयी थी। प्रिंसिपल अक्सर उसे अपने कमरे में बुलाता था। सविता ने अपनी टीम के साथ स्कूल की लगभग 20 छात्राओं से बातचीत की, जो कक्षा 8वीं, 10+1 और 10+2 की हैं। उनके मुताबिक कक्षा 8 की एक छात्रा ने बताया कि प्रिंसिपल ने दो लड़कियों के बाल बांध दिए और उन्हें अलग-अलग पोज़ में चलने के लिए कहा। लड़कियां लड़खड़ाने लगीं तो प्रिंसिपल उन पर हंसा।
उधर, एसकेएम के नैन ने कहा कि प्रिंसिपल की शिकार एक और लड़की को शोषण और मानसिक यातना के कारण स्कूल छोड़ना पड़ा। लड़की ने अपने माता-पिता को घटना के बारे में बताया जिसके बाद उसकी पढ़ाई बंद कर दी गई। एसकेएम कार्यकर्ता जींद के एसपी से मिले और जांच की मांग की। बताया गया कि कई पीड़ित परिवार रिकॉर्ड में अपना नाम नहीं आने देना चाहते क्योंकि वे अपनी बेटियों की शादी के मसले पर चिंतित हैं। उधर, जींद के एसपी सुमित कुमार ने कहा कि पुलिस को आरोपी के सोशल मीडिया अकाउंट से कोई जानकारी नहीं मिली है।