दिल्ली में प्राइमरी स्कूल बंद, ट्रकों के प्रवेश पर रोक
नयी दिल्ली, 5 नवंबर (एजेंसी)
दिल्ली में रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) एक बार फिर ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया। रात के दौरान हवाओं के शांत रहने के बीच लगातार छठे दिन जहरीली धुंध छाई रही। इस भयावह स्थिति के मद्देनजर दिल्ली में सभी प्राथमिक विद्यालयों को 10 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। छठी से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाने का विकल्प दिया गया है। वहीं, केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में सार्वजनिक परियोजनाओं से संबंधित निर्माण कार्य और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों व चार पहिया वाणिज्यिक वाहनों के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। आवश्यक सेवाओं में शामिल वाहनों को छूट दी गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली और एनसीआर के राज्यों से सभी आपातकालीन उपायों को लागू करने के लिए कहा, जिसमें सरकारी और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों के लिए घर से काम करने का निर्देश भी शामिल है।
ये नियम केंद्र की ‘क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना’ (जीआरएपी) के चौथे व अंतिम चरण के तहत लागू किए गए हैं, जो राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक के 450 को पार करने से कम से कम तीन दिन पहले लागू किया जाता है। हालांकि, इस बार ये नियम पहले से सक्रियता दिखाते हुए लागू नहीं किये गए। इसके तहत अन्य राज्यों से केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस-छह मानकों का पालन करने वाले वाणिज्यिक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति है। दिल्ली में शनिवार शाम 4 बजे एक्यूआई 415 था, जो रविवार सुबह 460 पर पहुंच गया। दिल्ली-एनसीआर में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 की सांद्रता कई स्थानों पर भारत सरकार द्वारा निर्धारित सीमा से 7-8 गुना, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय सीमा के मुकाबले 80 से 100 गुना दर्ज की गयी। बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली अग्निशमन सेवा सर्वाधिक प्रदूषण वाले स्थानों पर पानी का छिड़काव कर रही है।