पिछली सरकारों ने नहीं की महिला आर्थिक सशक्तीकरण की कोशिश
नयी दिल्ली, 12 अगस्त (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि अनेक वर्षों तक महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की कोशिश ही नहीं की गई। साथ ही उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार लगातार ऐसा माहौल बना रही हैं, जिससे महिलाएं गांवों को समृद्धि और संपन्नता से जोड़ सकती हैं। ‘आत्मनिर्भर नारी-शक्ति से संवाद’ नाम से आयोजित एक कार्यक्रम में दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला स्वयं-सहायता समूहों की महिला सदस्यों के साथ संवाद के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि पिछले सात साल में स्वयं सहायता समूहों में तीन गुना से अधिक की वृद्धि हुई है और इस दौरान उन्होंने ऋण की राशि लौटाने में अभूतपूर्व काम किया है, जिसकी वजह से डूबते ऋण का प्रतिशत नौ से घटकर आज दो से ढाई प्रतिशत के बीच रह गया है।
महिलाओं की सफलता की कहानी पर पुस्तिका जारी
इस अवसर पर उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की सफलता की कहानी के संक्षिप्त विवरण तथा कम एवं छोटी जोत वाली खेती से आजीविका पर एक पुस्तिका भी जारी की। साथ ही उन्होंने चार लाख स्व-सहायता समूहों को 1,625 करोड़ रुपये की सहायता राशि और ‘पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज’ (पीएमएफएमई) के तहत आने वाले 7,500 स्व-सहायता समूहों को 25 करोड़ रुपये की आरंभिक धनराशि भी जारी की। इसी तरह प्रधानमंत्री ने मिशन के तहत आने वाले 75 एफपीओ (किसान उत्पादक संगठनों) को 4.13 करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की।