बाढ़ से निपटने की तैयारी, अधिकारियों को पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश
लुधियाना, 1 जुलाई (निस)
मानसून सीजन के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सोमवार को जिले में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों और प्रबंधों की समीक्षा की। डीएसी में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त राकेश कुमार ने सतलुज नदी के तट से सटे क्षेत्र का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां जरूरत हो, तुरंत कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की आपात स्थिति से बचा जा सके। उन्होंने बाढ़ जैसी स्थिति के मामले में लोगों को स्थानांतरित करने के लिए उपयुक्त स्थानों के अलावा दवाओं, स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था और दुधारू पशुओं को बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। एडीसी ने बताया कि जिले में आठ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जिनमें से एक डीएसी में है, ताकि लोग बाढ़ जैसी स्थिति के दौरान आसानी से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकें और दे सकें। एडीसी ने कहा कि डीएसी कंट्रोल रूम के लिए कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है, जिसका नंबर 161-2433100 है। उन्होंने कहा कि सब-डिवीजन स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं, जिनमें लुधियाना पूर्व के लिए 0161-2922330, लुधियाना पश्चिम के लिए 0161-2412555, जगराओं में 01624-223256, खन्ना में 01628-226091, समराला में 01628-262354, पायल में 01628-276892 और रायकोट में कंट्रोल रूम का नं 01628 276892 है ।
घग्गर नदी का जलस्तर 15 घंटे में 6 फीट बढ़ा
संगरूर (निस) :
पिछले 15 घंटों में घग्गर का जलस्तर करीब 6 फीट बढ़ कर अब 736 फीट पहुंच गया है। पिछले कुछ दिनों से पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। कल संगरूर के डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घग्गर नदी का दौरा किया। आपको बता दें कि 2023 में भी इसी तरह बारिश के कारण घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ गया था और 57 जगहों पर घग्गर के किनारे टूटने के बाद पानी ओवरफ्लो होकर किसानों और आसपास के गांवों के खेतों में कई दिनों तक घुस गया था। इस पानी ने खनौरी और मूनक क्षेत्र के गांवों की हजारों एकड़ फसलों को तबाह कर दिया था।