प्रतीक सांगवान को मिली 2 करोड़ की स्कॉलरशिप, इंगलैंड में करेगा पीएचडी
प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 28 मार्च
रेतीले टिब्बों में लगातार जलस्तर नीचे जाने के बाद बने जलसंकट के हालातों को अपनी आंखों से देखने व पूर्वजों के समक्ष आई समस्याओं के बाद चरखी दादरी के गांव पिचौपा खुर्द निवासी प्रतीक सांगवान ने जलसंकट काे आधुनिक तकनीक से दूर करने का संकल्प लिया।
करीब 8 वर्षों की मेहनत के बूते प्रतीक सांगवान को इंगलैंड की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क में पीएचडी करने का मौका मिला है। यूके सरकार के प्राकृतिक पर्यावरण अनुसंधान परिषद की तरफ से प्रतीक सांगवान को दो करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप मिली है। अब वह हरियाणा सहित उत्तर भारत में बने जलसंकट के लिए विदेशी धरती पर शोध करेगा। बेटे की उपलब्धि पर परिजनों व ग्रामीणों ने खुशियां मनाते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
बता दें कि चरखी दादरी के गांव पिचौपा खुर्द निवासी प्रतीक सांगवान ने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल कुंजपुरा से पूरी की है। उन्होंने टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, मुंबई से जल नीति और शासन में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है। प्रतीक को अब इंगलैंड की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क में पीएचडी में दाखिला मिला है। इंगलैंड सरकार के प्राकृतिक पर्यावरण अनुसंधान परिषद के तरफ से 2 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिली है। इसके लिए दुनिया भर से 300 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें भारत के प्रतीक सफल रहे हैं।