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अधूरे प्रबंधों के बीच प्रैक्टिस, कैसे जाएंगे आेलंपिक!

06:43 AM Apr 10, 2024 IST
अधूरे प्रबंधों के बीच प्रैक्टिस  कैसे जाएंगे आेलंपिक
चरखी दादरी के गांव बलाली में कुश्ती हाॅल के संबंध में बात करते खिलाड़ी व ग्रामीण। - हप्र
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प्रदीप साहू/ हप्र
चरखी दादरी, 9 अप्रैल
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा चरखी दादरी जिले के गांव बलाली में वातानुकूलित कुश्ती हॉल बनवाने की घोषणा के सात साल से ज्यादा समय बाद भी यहां प्रबंध अधूरे हैं। बिजली कनेक्शन के अभाव में एसी तो दूर, यहां पहलवानों को पंखे तक की हवा नहीं मिल पा रही है। अंतर्राष्ट्रीय रेसलर विनेश फोगाट ने मंगलवार को अपने गांव के कुश्ती हॉल के हालात सोशल मीडिया पर बयां करते हुए भाजपा सरकार को घेरा। इस संवाददाता ने खुद वहां जाकर जायजा लिया, खिलाड़ियों व अभिभावकों से बात की तो सामने आया कि सरकार की तरफ से कुश्ती मैट तक उपलब्ध नहीं कराया गया। ऐसे में सवाल उठता है कि अधूरे प्रबंधों के बीच प्रैक्टिस कर रही तीन अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ियों के अलावा दूसरे खिलाड़ी ओलंपिक तक कैसे पहुंच पाएंगे। सरपंच प्रतिनिधि बिंदराज सांगवान, पूर्व सरपंच अमित सांगवान व विनेश के भाई हरविंद्र फोगाट सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया सीएम सेल से लेकर मंत्रियों व विधायक नैना चौटाला के समक्ष वह मुद्दा उठा चुके हैं। कुश्ती हाल का पिछले वर्ष जनवरी में उद्घाटन हो चुका है, लेकिन सुविधाएं नहीं होने से खिलाड़ियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एशियन चैंपियनशिप की गोल्ड विजेता नेहा सांगवान सहित अन्य खिलाड़ियों ने भी विनेश द्वारा उठाए गये मुद्दे का समर्थन किया।

गांव बलाली के कुश्ती हाॅल में प्रैक्टिस कर रहे खिलाड़ियों ने बताया कि चंदा इकट्ठा करके कुश्ती मैट की व्यवस्था की गयी है, जो अच्छा नहीं है। सरकार द्वारा कुश्ती का मैट उपलब्ध नहीं करवाया गया।

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  • स्थाई कोच की व्यवस्था नहीं है। अभिभावकों द्वारा पैसे एकत्रित कर कोच को दिये जा रहे हैं।
  • अखाड़े में जिम की व्यवस्था नहीं है। हाॅल में पर्दे नहीं हैं।
  • पानी की व्यवस्था नहीं है। चौकीदार, सफाई कर्मचारी भी नहीं।

विनेश ने सरकार को घेरा

विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ‘अन्धेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टके सेर खाजा। ये पंक्तियां चरितार्थ होती हैं मेरे गांव बलाली के अधूरे शिलान्यास वातानुकूलित कुश्ती हॉल के ऊपर। हरियाणा सरकार द्वारा 2016 में घोषणा होने के बावजूद 2024 तक भी काम पूरा नहीं हुआ। बिजली कनेक्शन और पानी की असुविधा के कारण यह वातानुकूलित कुश्ती हॉल उस सफेद हाथी की तरह है जो बाहर से कुछ दिखाई देता है और अन्दर से कुछ और।’
बेटियों ने देश-विदेश में रोशन किया नाम बलाली की छह बेटियां कुश्ती के जरिए अपने गांव का नाम अंतर्राष्ट्रीय पटल पर रोशन कर चुकी हैं। इनमें गीता फोगाट, बबीता फोगाट, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, रितू फोगाट और नेहा सांगवान शामिल हैं।

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