अनुसंधान में चुनौतियों पर काबू पाने के लिए व्यावहारिक सलाह दी
चंडीगढ़, 11 नवंबर (ट्रिन्यू)
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर डॉ. एचएस जज इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज एंड हॉस्पिटल में ‘एक सफल शोधकर्ता कैसे बनें’ विषय पर एक व्याख्यान आयोजित किया गया। पीजीआई के प्रोफेसर और राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 के प्राप्तकर्ता डॉ. जितेंद्र कुमार साहू ने शोधकर्ताओं को अपनी यात्रा साझा करते हुए अनुसंधान में आने वाली चुनौतियों से निपटने के व्यावहारिक उपाय बताए। कार्यक्रम में डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक गुप्ता और एसपीएसटीआई के उपाध्यक्ष अरुण के. ग्रोवर ने भी शोधकर्ताओं को प्रेरित किया। सम्मानित अतिथि डॉ. मुकुट मिंज ने अनुसंधान में समर्पण और मूल्यों की अहमियत पर अपने विचार साझा किए।
हिंदी विभाग में जपुजी साहिब पर व्याख्यान
पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग ने ‘गुरु नानक देव जी और मानवीय चेतना के पांच तल विशेष संदर्भ जपुजी साहिब’ विषय पर एक व्याख्यान आयोजित किया। मुख्य वक्ता डॉ. कुलविंदर सिंह ने जपुजी साहिब की वैज्ञानिक व्याख्या पर चर्चा करते हुए कहा कि धर्म के सिद्धांतों पर गहरे चिंतन की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि गुरु नानक देव का दर्शन मानवता, एकता और सच्चे प्रेम पर आधारित है। विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार ने कहा कि इस व्याख्यान से विद्यार्थियों के चिंतन स्तर का विकास होगा।
‘मेटाडेटा को समझना’ पर विशेष व्याख्यान
पंजाब विश्वविद्यालय के पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग ने ‘मेटाडेटा को समझना: पुस्तकालय और सूचना विज्ञान में अवधारणा’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के प्रो. निर्मल कुमार स्वैन ने मेटाडेटा और सूचना पुनर्प्राप्ति की महत्वपूर्ण अवधारणाओं को विस्तार से समझाया। इस कार्यक्रम में पुस्तकालय विज्ञान के छात्रों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया, जिन्होंने सूचना के व्यवस्थित प्रबंधन के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त की।