For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

तीन दिन में 44 शवों का पोस्टमार्टम, 12 अभी शेष

08:44 AM Jun 20, 2024 IST
तीन दिन में 44 शवों का पोस्टमार्टम  12 अभी शेष
Advertisement

फरीदाबाद, 19 जून (हप्र)
औद्योगिक नगरी फरीदाबाद के सबसे बड़े सिविल अस्पताल बादशाह खान की मोर्चरी में तीन दिन के भीतर 44 शवों का पोस्टमार्टम किया गया और बाकी 12 शवों को मोर्चरी में रखा गया है। दोपहर को तो स्थिति यह हो गई थी कि यहां मौजूद 14 फ्रिजरों में शवों को रखना मुश्किल हो गया था। जिस कारण बर्फ की सिल्लियों पर यहां शवों को रखा गया था। ऐसे में पीएमओ, सीएमओ डॉ. सविता यादव ने आनन-फानन में चार चिकित्सक तैनात किए और शवों का पोस्टमार्टम करवाना शुरू कर दिया, ताकि शव खराब न हों। अधिकांश शवों का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिए गए। वहीं शेष शव फ्रिज पूरे भरे होने के कारण स्ट्रेचरों पर रखे गए। मोर्चरी के भीतर भी शव स्ट्रेचरों पर ही पड़े थे। 46 डिग्री तापमान में शवों की दुर्गन्ध से मृतकों के परिजनों को परेशानी हो रही थी, वहीं मोर्चरी में काम करने वाले कर्मचारियों का काम करना मुश्किल हो गया था।
पोस्टमार्टम में कुल 14 फ्रीजर है। इस दौरान तीन दिनों के भीतर करीब 56 शव होने के कारण दिक्कतें हुई, लेकिन सबसे अधिक दिक्कत यहां आए अज्ञात शवों के कारण हो रही है। क्योंकि करीब 20 अज्ञात शव हैं, जिसमें केवल तीन की ही पहचान हुई है। ऐसे में बाकी शवों को 72 घंटे तक मोर्चरी में पहचान के लिए रखना पड़ेगा। ऐसे में फ्रीजर भरे रहेंगे। इससे यहां तीसरे दिन बुधवार को 14 से अधिक शवों को बाहर रखना पड़ा।
अस्पताल प्रबंधन ने और फ्रीजर उपलब्ध करवाने के लिए पत्र लिखे हैं, लेकिन जहां फ्रीजर अधिक थे, वहां से यहां भेज दिए गए। लेकिन शवों की संख्या के हिसाब से यहां फ्रीजर गर्मी में कम पड़ रहे हैं।

Advertisement

दूसरे अस्पतालों से मंगवाये फ्रीजर

पीएमओ, सीएमओ डॉ. सविता यादव के अनुसार पोस्टमार्टम हाऊस में अब कुल 14 फ्रिज हो गए हैं। आठ फ्रीजर खराब हो गए थे, जिस पर प्रदेशभर में पता किया गया कि फिलहाल जहां फ्रीजर अधिक हैं वहां से उपलब्ध करवाए जाएं, जिस पर पटौदी से फिलहाल चार फ्रीज हमें मिले हैं, आने वाले समय में यहां और फ्रिजर मंगवाए जाएंगे। जिसके लिए पत्र लिखा गया है।

कई साल से कर रहे फ्रीजर कम होने की शिकायत

सेवा वाहन के संचालक एवं वरिष्ठ समाजसेवी सतीश चोपड़ा का कहना है कि पिछले कई वर्षों से उनकी संस्था द्वारा फ्रिज कम होने की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक व अन्य अधिकारियों को लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकाला। अब दोबारा से फ्रीजर कम होने की शिकायत उनकी संस्था ने जिला उपायुक्त को की है।

Advertisement

Advertisement
Advertisement