अच्छी बारिश की संभावना, खेतों में धान रोपाई कार्य में तेजी
कैथल, 3 जुलाई (हप्र)
आगामी तीन से चार दिन तक बारिश आने की पूरी संभावना जताई जा रही है। इसी बीच किसानों ने खेतों में धान रोपाई का काम तेजी से शुरू कर दिया है। बुधवार को भी बारिश के बाद कैथल शहर में दूसरे दिन उमस भरी गर्मी ने हाल बेहाल किया। उमस भरी गर्मी के बीच अधिकतम तापमान 36 व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार रात के समय राजौंद क्षेत्र में हल्की बारिश हुई। इसके बाद बुधवार क्षेत्र के सौंगल, माजरा, हरसौला, प्यौदा, सिसला सहित कई अन्य गावों में धान की रोपाई का काम तेजी से किया। किसान सुदामा और सूरज के अनुसार, खेतों में धान की पौध पहले से तैयार थी। खेत भी जुताई-गुड़ाई के बाद रोपाई के लिए तैयार थे। महंगे डीजल की वजह से पंप से सिंचाई करना किसानों के लिए मुश्किल हो रहा था। इस कारण किसान कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे थे। बारिश के बाद किसान अपने परिवार और मजदूरों के साथ धान की रोपाई में जुट गए हैं। मजदूर रामखेलावन, देवराज यादव, नंद गोपाल और रामपाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से काम नहीं मिल रहा था। अब जुलाई भर उन्हें रोजगार मिल जाएगा। बारिश से मौसम में ठंडक आने से खेतों में काम करना भी आसान हो गया है।
अच्छी किस्म के बीज का करें चयन
कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक डॉ. रमेश चंद्र वर्मा ने कहा कि एक से 10 जुलाई तक धान रोपाई का सबसे अच्छा समय माना जाता है। धान की रोपाई 15 जुलाई तक की जा सकती है। किसानों को सलाह देते हुए बताया कि धान की अच्छी पैदावार के लिए अच्छी किस्म के बीज का चयन करें। धान की पौध की रोपाई का समय एक से 15 जुलाई तक उचित माना जाता है, लेकिन पांच जुलाई का समय सबसे अच्छा माना जाता है। धान की पौध घनी लगानी चाहिए। पौध जितनी घनी होगी पौध में उतनी अच्छी बाली आएगी और बंपर पैदावार होगी।