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Haryana Politics: विरासत की राजनीति पर गर्मायी सियासत, भाजपा-जजपा आमने-सामने

03:20 PM Jul 16, 2024 IST
haryana politics  विरासत की राजनीति पर गर्मायी सियासत  भाजपा जजपा आमने सामने
विवेक चौधरी व असीम गोयल।
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जितेंद्र अग्रवाल/हप्र, अम्बाला शहर, 16 जुलाई

विरासत की राजनीति पर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। प्रदेश के परिवहन एवं बात विकास मंत्री असीम गोयल द्वारा दुष्यंत चौटाला पर विरासत की राजनीति करने की बात कही थी कि साथ ही जजपा के प्रदेश प्रवक्ता विवेक चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि राजनीतिक विरासत की बात भी वही कर सकते हैं जिनकी कोई पहचान हो।

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दरअसल आज अम्बाला शहर में 2 फीडरों का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर परिवहन मंत्री ने उक्त बात कही थी। जब उनसे पूछा गया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला कह रहे हैं कि प्रदेश सरकार अपने ‘आका’ से आदेश लेकर चल रही है, तो इस पर प्रतिक्रिया देते हुए परिवहन मंत्री असीम गोयल ने कहा कि दुष्यंत चौटाला की खुशफ हमी विधानसभा चुनावों में निकल जाएगी, भाजपा छोटे से छोटे मेहनती कार्यकर्ता को कहां से कहां बिठा देती है इसका बड़ा उदाहरण मुख्यमंत्री नायब सिंह और पूर्व सीएम मनोहर लाल है।

उन्होंने कहा कि दुष्यंत को राजनीती विरासत में मिली है इसलिए आसान लगती है। इस दौरान पूर्व सरकारों पर कटाक्ष करते हुए परिवहन मंत्री असीम गोयल ने कहा कि पहले की सरकारों ने कभी व्यवस्थाओं को सुधारने का काम नहीं किया। चाहे कांग्रेस की सरकार रही या इनेलो की, दोनों ने आरोप प्रत्यारोप की राजनीती की और व्यवस्थाओं को बिगाड़ा, लेकिन भाजपा ने प्रदेश में व्यवस्थाओं को सुधारा और हर कोने कोने में विकास किया और विकास के नये आयाम स्थापित किये।

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इसी बीच राज्यमंत्री असीम गोयल ने दुष्यंत चौटाला पर विरासत को लेकर की टिप्पणी पर जननायक जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विवेक चौधरी ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा राजनीतिक विरासत की बात भी वही कर सकते हैं जिनकी कोई पहचान हो। विवेक चौधरी ने कहा हमारे लिए सम्मान की बात है कि राजनितिक का ककहरा हमने ताऊ देवी लाल से सीखा, उनके असूलों को अपनाया, आगे बढ़ाया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में शायद ही ऐसा कोई दुर्भाग्यशाली नेता हो जिसे चौधरी साहब का आशीर्वाद न प्राप्त हो, भले ही वो आज भाजपा का बड़े से बड़े नेता ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि जिन्हें देवी लाल का आशीर्वाद नहीं मिला उन्हें दुख जरुर होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्री से हमदर्दी है कि उनके पल्ले कोई विरासत नहीं है। उनकी अगली पीढिय़ों के लिए वह केवल शुभकामनाएं ही दे सकते हैं, भगवान उनको जल्द सद्बुद्धि दे।

विवेक चौधरी ने कहा राजनीति में आना विरासत से हो सकता है लेकिन चुनाव जीतना हमेशा से जनता के आशीर्वाद से ही संभव होता है। उन्होंने कहा कि वह मंत्री से यह भी कहेंगे कि हिम्मत कर के खुद के दम पर एक बार पार्टी बना कर चुनाव लडक़र देख लें। उन्होंने कहा कि वैसे भी चर्चा है कि असीम गोयल को चुनाव में हार का डर है और वो इसलिए दूसरी विधानसभा ढूंढते घूम रहे हैं। विवेक चौधरी ने कहा असीम गोयल में दम है तो इस बार अम्बाला शहर से चुनाव लड़कर दिखाएं, तब माने उनकी भी कोई विरासत है।

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