राजेंद्रा पार्क हत्याकांड के दूसरे दिन भी पुलिस की थ्योरी स्पष्ट नहीं
गुरुग्राम, 25 अगस्त (हप्र)
यहां की राजेंद्रा पार्क काॅलोनी में 4 लोगों की हत्या के मामले में दूसरे दिन भी पुलिस अपने ही सवालों में उलझी है। मृतकों के परिजनों के बयानों से वारदात की कड़ियां भी पुलिस जोड़ नहीं पा रही। मामले में गिरफ्तार पूर्व फौजी को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है, जबकि उसकी पत्नी को अदालत के आदेश पर जेल भेज दिया गया।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि हत्या की वारदात को रात 2 से 3 बजे के बीच अंजाम दिया गया, जबकि आरोपित राव राय सिंह पुलिस के पास सुबह करीब पौने 6 बजे पहुंचा। बताया जाता है कि करीब साढ़े पांच बजे वह अपने पड़ोस में रहने वाले राजपाल के घर पहुंचा और उन्हें पार्क की चाबी देकर बिना कुछ कहे वहां से चला गया। दरअसल, राव राय सिंह इस इलाके में ट्री मैन के तौर पर जाना जाता है।
पुत्रवधु सुनीता के परिजनों ने राय सिंह, उसकी पत्नी बिमलेश व सुनीता का पति आनंद यादव पर बेटी को शादी के बाद से ही परेशान रखने का आरोप लगाया है। परिजनों ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि बेटी को मारा पीटा भी जाता था। वह कई-कई दिन मायके में रहती थी।
सीसीटीवी में फुटेज में टहलता दिखा राय
पुलिस आसपास के इलाकों की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। सूत्र बताते हैं कि अब तक 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को फुटेज खंगाली जा चुकी है। एक फुटेज में राय सिंह दांव (पेड़ों की कटाई करने वाला औजार) लेकर गली से गुजरता दिखाई दे रहा है। यह फुटेज 4 बजकर 57 मिनट की है।
3 घंटे में पूरी तरह सामान्य रहा घर का माहौल
जांच टीम अभी तक समझ नहीं पा रही है कि जिस घर में खून से लथपथ चार-चार लाशें पड़ी हों वहां घंटों सामान्य दिनचर्या कैसे हो सकती है। हत्याकांड 2 से 3 बजे के बीच का है, जबकि आरोपित करीब पौने 6 बजे पुलिस स्टेशन पहुंचा। इस बीच उसने अपनी दिनचर्या के कई जरूरी कार्य भी किए। जिन कपड़ों में वह पुलिस के पास पहुंचा उन पर खून के दाग नहीं थे। इतना ही नहीं आरोपित की पत्नी बिमलेश भी सामान्य व्यवहार करती दिखी। पुलिस ने प्रथम दृष्टा में हत्याकांड में उसकी भी भूमिका मानी है। एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि आरोपित की पत्नी के कपड़ों पर खून के छींटे मिले हैं।
जांच अभी प्राथमिक स्तर पर है। सभी पहलुओं को खंगाला जा रहा है। हत्याकांड का क्रम, किसी और की संलिप्तता, सबसे बड़ा इतने लोगों की हत्या के पीछे वाजिब कारण, घरेलू कलह संबंधी एंगल भी सुलझाए जा रहे हैं। रिमांड अवधि में आरोपी से इन सवालों के जवाब खोजने का प्रयास किया जाएगा। अभी कुछ कहना जल्दबाजी है।
-राजीव कुमार, एसीपी