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पुलिस कर्मी खुद तैयार करेंगे अपना रिपोर्ट कार्ड

11:12 AM Nov 29, 2023 IST
पुलिस कर्मी खुद तैयार करेंगे अपना रिपोर्ट कार्ड
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चंडीगढ़, 28 नवंबर (ट्रिन्यू)
पुलिस विभाग में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले कार्यों के ऑडिट को लेकर आकलन प्रपत्र (एसेसमेंट प्रोफॉर्मा) तैयार करते हुए उन्हें वितरित किया है। इस प्रपत्र में अलग-अलग रैंक पर कार्यरत पुलिसकर्मियों द्वारा किए जाने वाले कार्यों को परिभाषित करते हुए मुख्य निष्पादन संकेतक (की परफॉर्मेंस इंडिकेटर) तैयार किए गए हैं। प्रत्येक कार्य को लेकर अधिकारी अथवा कर्मचारी की जवाबदेही तय करते हुए उन्हें अलग से अंक दिए जाएंगे ताकि पुलिस की कार्य प्रणाली को और अधिक बेहतर बनाया जा सके। इसे लेकर पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर द्वारा प्रदेश के सभी पुलिस आयुक्तों, रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों, आईजी, पुलिस अधीक्षकों, पुलिस उपायुक्तों तथा पुलिस अधीक्षक रेलवे अंबाला कैंट सहित अन्य संबंधित पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। कपूर ने कहा कि आकलन प्रपत्र को तैयार करते समय प्रत्येक अधिकारी अथवा कर्मचारी के उत्तरदायित्वों का बारीकी से अध्ययन करते हुए इन्हें बिंदुवार परिभाषित किया है। प्रत्येक पुलिस अधिकारी अथवा कर्मचारी इस प्रपत्र में वर्णित बिंदु अनुसार काम करते हुए खुद को नंबर देंगे। जो पुलिसकर्मी निर्धारित मापदंडों के अनुसार कार्य नहीं करेंगे, उनके लिए आकलन प्रपत्र में नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान हाेगा। प्रपत्र में पुलिसकर्मी को समग्र आकलन के आधार पर 10 नंबर संबंधित पुलिस आयुक्त तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा अलग से दिए जाने का प्रावधान भी किया गया है। यदि पुलिसकर्मी एक टीम के रूप में कार्य करेंगे तो नंबर संबंधित सुपरवाइजर अधिकारी द्वारा बांटे जाएंगे। नंबर पुलिसकर्मी की योग्यता, ईमानदारी तथा अनुशासन के आधार पर दिए जाएंगे।
डीजीपी ने कहा कि आकलन प्रपत्र को तैयार करते समय शिकायतकर्ता की संतुष्टि को सर्वाेपरि रखा गया है। पुलिस विभाग द्वारा थानों आदि में दर्ज शिकायतों पर की गई कार्रवाई को लेकर शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। इसके तहत शिकायतकर्ताओं से पुलिस विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से संतुष्टि को लेकर पूछा जाता है। यदि इस दौरान शिकायतकर्ता द्वारा कार्रवाई को लेकर असंतुष्टि जताई जाती है तो उससे कारण पूछा जाता है। श्रेणियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि सुपरवाइजर अधिकारी जैसे एएसपी, डीएसपी तथा एसीपी को एक श्रेणी में रखते हुए प्रपत्र तैयार किया गया है। इसी प्रकार, एसएचओ तथा पुलिस पोस्ट इंचार्ज को अन्य श्रेणी में, तीसरी श्रेणी में क्राइम यूनिट इंचार्ज, चौथी श्रेणी में हैड कांस्टेबल से लेकर पुलिस थाने तथा पुलिस चौकी में नियुक्त के जांच अधिकारियों को रखा गया है। क्राइम यूनिट में तैनात पुलिसकर्मियों तथा अन्य इंचार्जिज की अलग से श्रेणी बनाते हुए प्रपत्र तैयार किया गया है। ग्राम प्रहरियों को कार्यों के अनुरूप अलग श्रेणी में रखा गया है।

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इस प्रकार तैयार होगी काम की रिपोर्ट

डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि यदि पुलिस थाने में 80 प्रतिशत से अधिक शिकायतकर्ताओं द्वारा संतुष्टि जताई जाती है तो संबंधित थाना, चौकी अथवा पुलिसकर्मी को 10 नंबर मिलेंगे। इसी प्रकार, प्रपत्र में नशा मुक्ति अभियान को लेकर उल्लेखनीय कार्य करने वाले थानाध्यक्षों, चौकी प्रभारियों व अन्य पुलिसकर्मियों को अलग से 10 नंबर दिए जाने का प्रावधान किया गया है। कपूर ने कहा कि इस प्रपत्र के तैयार होने से जहां सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को कार्य को लेकर स्पष्टता होगी वहीं उनकी कार्यक्षमता भी बढ़ेगी। साथ ही, सभी को अपने प्राथमिकता क्षेत्रों के बारे में भी जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस प्रपत्र में निर्धारित मुख्य निष्पादन संकेतक(केपीआई) के माध्यम से पुलिसकर्मी अपने कार्यक्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्य करेंगे ताकि वे स्वयं अपने काम का आकलन करते हुए इसमें सुधार करें। इससे सभी पुलिस अधिकारी अथवा कर्मचारी एक टीम के रूप में कार्य करते हुए बेहतर परिणाम लाने की दिशा में प्रयास करेंगे। इस आकलन प्रपत्र के परिणामों के आधार पर आगे की कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

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