पुलिस पहरे में बिछायी लाइन
सोनीपत, 2 अप्रैल (हप्र)
किसानों के साथ दो दिन की तनातनी के बाद कंपनी ने पुलिस की मौजूदगी में नाहरा गांव में पॉवर ग्रिड की हाईटेंशन लाइन बिछाने का काम तेज कर दिया है। कंपनी की मांग पर पुलिस बल की संख्या भी बढ़ा दी गई है। वहीं, मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे किसानों ने मंगलवार को धरनास्थल पर पंचायत कर पुलिस द्वारा किसानों पर दर्ज किए गए केसों का विरोध किया। निर्णय लिया गया कि किसान जल्द ही एक बार फिर महापंचायत करेंगे।
बता दें कि गुजरात के कच्छ से शुरू हुई हाई ट्रांसमिशन लाइन के हिस्से में औचंदी से सोनीपत के गांव माहरा तक लाइन बिछाई जा रही है, जिसके रास्ते में पड़ने वाले गांव नाहरा के किसान विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि उनकी जमीन का मार्केट रेट के हिसाब से मुआवजा नहीं दिया जा रहा। कई सप्ताह पहले किसानों को हिरासत में लेकर कंपनी ने टावर लगाने का काम भी शुरू करा दिया था, लेकिन उसके बाद से किसान धरने पर बैठे हुए हैं। यही नहीं, इस मामले में कंपनी व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ किसानों की कई बार बैठक भी हो चुकी हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
किसानों ने मंगलवार को धरनास्थल पर पंचायत कर केस दर्ज किए जाने के मामले में रोष प्रकट किया। प्रधान उमेश दहिया ने कहा कि वे मुकदमों से डरने वाले नहीं है। कंपनी व सरकार को हर हाल में मार्केट रेट के हिसाब से मुआवजा देना पड़ेगा, अन्यथा किसान बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। इसको लेकर जल्द ही महापंचायत का आयोजन किया जायेगा। महापंचायत में फैसला लिया जायेगा कि अपने हक को लेकर आगे की लड़ाई कैसे लड़नी है।
किसानों ने जेसीबी से भर दिये थे गड्ढे
रविवार को किसानों ने प्रशासन व कंपनी पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए पॉवर ग्रिड का काम बंद करवा दिया। साथ ही रविवार को नाहरा धरनास्थल पर पंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा, भारतीय किसान यूनियन के अलावा दहिया चौबीसा व गांव नाहरा के ग्रामीणों ने भाग लिया था। फैसला लिया गया था कि मुआवजा मिलने तक काम नहीं होने दिया जायेगा। साथ ही रविवार को किसानों ने टावर लगाने के लिए अब तक खोदे गये गड्ढ़ों को जेसीबी की मदद से भर दिया। इस दौरान पुलिस के साथ किसानों की झड़प भी हुई थी। दूसरे दिन सोमवार को मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती में कंपनी ने फिर से गड्ढ़ों को खोदने का काम शुरू किया तो फिर से गांव की महिलाएं व किसान मौके पर पहुंच गये और जोरदार विरोध किया। इस दौरान कुछ महिलाएं जेसीबी को रुकवाने के पहुंची लेकिन महिला पुलिस दस्ते ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया और मौके पर नहीं पहुंचने दिया। इस दौरान कुंडली थाना पुलिस ने 16 नामजद समेत 100 किसानों पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, धमकी देने व सरकारी अधिकारियों से दुर्व्यवहार करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया। नामजद किसानों में कई किसान नेता भी शामिल हैं।
रात को भी चला काम
तनातनी के बीच गांव नाहरा में पॉवर ग्रिड लाइन बिछाने के लिए रात को भी काम चलता रहा। किसानों द्वारा भरे गए सभी गड्ढ़ों से जेसीबी की मदद से मिट्टी निकाल दी गई। किसानों द्वारा विरोध की आशंका के चलते रात को भी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।