272 आईओ का निलंबन नहीं चाहते पुलिस आयुक्त और एसपी
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 20 नवंबर
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निर्देशों के बाद पुलिस विभाग द्वारा 100 के करीब जांच अधिकारियों (आईओ) को सस्पेंड किया जा चुका है। कुल 372 जांच अधिकारियों को सस्पेंड करने के निर्देश विज ने दिए थे, जिनमें से 272 के निलंबन का मामला लटक गया है। डीजीपी शत्रुजीत कपूर के आदेश के बाद पुलिस आयुक्तों एवं पुलिस अधीक्षकों की ओर से भेजी गयी रिपोर्ट में इतनी बड़ी संख्या में जांच अधिकारियों को सस्पेंड करने से जिलों के अफसरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं।
बहरहाल, डीजीपी द्वारा सभी जिलों से आई रिपोर्ट गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को सौंपी गई। प्रसाद ने यह पूरा मामला गृह मंत्री अनिल विज को भेज दिया है। अब विज इस पर निर्णय करेंगे कि आगे किस तरह से कार्रवाई करनी है।
राज्य में करीब 3200 मामलों की जांच एक साल से अधिक समय से लंबित होने के कारण विज ने जांच अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए थे। कई जिलों के पुलिस अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इतनी बड़ी संख्या में जांच अधिकारियों को सस्पेंड नहीं किया जा सकता। फील्ड में पहले ही जांच अधिकारियों की कमी है। ऐसे में काम पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगा। रिपोर्ट में जांच अधिकारी के पेंडिंग केसों के लंबित रहने के कारणों का ब्योरा दिया गया है। बताया गया है कि कई मामले कानूनी पेचीदगियों की वजह से लटके हुए हैं। ऐसे में अकेले जांच अधिकारियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। फ्रॉड के कई ऐसे मामले भी हैं, जिन्हें दूसरे राज्यों में बैठे अपराधियों ने अंजाम दिया। ऐसे अपराधियों को पकड़ पाना आसान नहीं है। इस वजह से भी कई मामलों की जांच लटकी हुई है।
रिपोर्ट को स्टडी करूंगा। सोमवार को 3 बजकर 40 मिनट पर मेरे पास रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट में सभी 372 आईओ को लेकर रिमार्क्स दिए हैं। मैं देखूंगा कि मेरे आदेशों का पालन हुआ है या नहीं। अगर उसमें कोई बचाने का प्रयास किया है तो फिर कार्रवाई करेंगे। बिना पढ़े तो कुछ नहीं कर सकते।
-अनिल विज, हरियाणा के गृह मंत्री