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अपराधियों के रेटिना और अंगुलियों के निशान कैप्चर कर रही पुलिस

08:25 AM Jan 13, 2024 IST
अपराधियों के रेटिना और अंगुलियों के निशान कैप्चर कर रही पुलिस
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 12 जनवरी
हरियाणा पुलिस ने अब पुलिस थानों व चौकियों में अत्याधुनिक तकनीक की शुरुआत की है। सभी पुलिस स्टेशनों को हाईटैक किया जा रहा है। थानों-चौकियों में विशेष उपकरणों की स्थापना से गिरफ्तारी के बाद दोनों - आरोपी व्यक्तियों और शिकायतकर्ताओं की पहचान का विवरण दर्ज किया जा रहा है। इतना ही नहीं, अदालती कार्यवाही से बाहर आरोपियों के रेटिना और उंगलियों के निशान को कैप्चर किया जा रहा है।
पुलिस विभाग ने अपनी जरूरतों के हिसाब से प्रबंधन मॉड्यूल में भी सुधार किया है। पुलिस में आधुनिक सुविधाओं को लेकर शुक्रवार को यहां मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में सीसीटीएनएस और आईसीजेएस की 26वीं राज्य शीर्ष समिति ली। बैठक में बताया गया कि हरसमय पोर्टल ने अब उपयोगकर्ताओं को मोबाइल नंबर के माध्यम से ही शिकायतें दर्ज करवाने की निर्बाध सेवाएं शुरू की है।
इस ओटीपी-आधारित शिकायत पंजीकरण प्रणाली का उद्देश्य सार्वजनिक शिकायतों को तुरंत संबोधित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है। हरियाणा पुलिस हरसमय पोर्टल के माध्यम से नागरिक सेवाओं के लिए आरटीएस डैशबोर्ड पर लगातार अपनी उपलब्धियों की ओर बढ़ रही है। हरियाणा पुलिस ने हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित सीसीटीएनएस और आईसीजेएस में सर्वोत्तम कार्यों के वार्षिक सम्मेलन में लगातार दूसरे वर्ष ट्रॉफी हासिल की है।
मुख्य सचिव ने पुलिस मामलों से संबंधित पुराने डेटा की जानकारी पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसमें पंजीकरण, अदालती कार्यवाही, ई-एफआईआर, ई-चालान और जमानत आदि शामिल हैं। उन्होंने अधिकारियों से एक समर्पित समिति बनाने और महत्वपूर्ण जानकारी की डिजिटल पुनर्प्राप्ति के संकलन के लिए समयबद्ध योजना की रूपरेखा तैयार करने को कहा।
पुलिस अधिकारियों ने व्यापक आधुनिकीकरण प्रयासों के रूप में पिछले चार महीनों में 193 सीसीटीएनएस प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इस प्रशिक्षण में एससीआरबी, कोर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, सामान्य सत्यापन मॉड्यूल और नागरिक पोर्टल हर समय 24 घंटे शामिल रहा।
बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के निदेशक ओपी सिंह, गृह विभाग के विशेष सचिव मनीराम शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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