PM मोदी बोले- हिंदू समाज को जाति के आधार पर बांटने की राजनीति करती है कांग्रेस
नयी दिल्ली, 9 अक्तूबर (भाषा)
Narendra Modi in Maharashtra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी हिंदू समाज को जाति के आधार पर बांटने की राजनीति करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जब भी हिंदू समाज की बात करती है, तो वह चर्चा जाति से ही शुरू करती है, लेकिन जब मुसलमानों की जाति का सवाल उठता है, तो वह चुप हो जाती है।
मोदी ने कहा, "कांग्रेस जानती है कि हिंदू समाज जितना बंटेगा, उतना ही उसे राजनीतिक फायदा होगा।" प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस का उद्देश्य किसी भी तरह हिंदू समाज में विभाजन की आग लगाए रखना है और यही रणनीति वह देश में हर चुनाव में अपनाती है।
मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, "जहां भी चुनाव होते हैं, कांग्रेस हिंदू समाज को जाति के नाम पर बांटने का फार्मूला लागू करती है। यह उनकी वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है।" महाराष्ट्र में 7,600 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आधारशिला रखने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने विश्वास जताया कि ‘समाज को तोड़ने' की इस कोशिश को राज्य की जनता नाकाम करेगी।
उन्होंने इस सरकारी कार्यक्रम में महाराष्ट्र के लोगों से देश के विकास को सर्वोपरि रखते हुए और एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके गठबंधन ‘महायुति' के पक्ष में मतदान करने की अपील की। हरियाणा के चुनाव परिणामों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इसने बता दिया है कि आज देश का मिजाज क्या है।
Speaking at the launch of projects in Maharashtra, which will enhance infrastructure, boost connectivity and empower the youth.https://t.co/ZYiXGdRFDC
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2024
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का पूरा इकोसिस्टम, अर्बन नक्सल का पूरा गिरोह... जनता को गुमराह करने में जुटा था लेकिन उसकी सारी साजिशें ध्वस्त हो गईं। उन्होंने दलितों के बीच झूठ फैलाने की कोशिश की लेकिन दलित समाज ने उनके खतरनाक इरादों को भांप लिया। दलितों को एहसास हो गया कि कांग्रेस उनका आरक्षण छीन कर अपने वोट बैंक को बांटना चाहती है।''
उन्होंने कहा कि हरियाणा के दलित वर्ग ने भाजपा का रिकॉर्ड समर्थन किया तो अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) ने भी भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि किसानों और नौजवानों को ‘भड़काने' में भी कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन हरियाणा की जनता ने दिखा दिया कि वह अब कांग्रेस और अर्बन नक्सल के नफरत के षड्यंत्र का शिकार नहीं होने वाली है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस पूरी तरह से सांप्रदायिक और जातिवाद का चुनाव लड़ती है। हिंदू समाज को तोड़कर उसे अपनी जीत का फॉर्मूला बनाना, यही कांग्रेस की राजनीति का आधार है। कांग्रेस भारत के 'सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय' की परंपरा का दमन कर रही है, सनातन परंपरा का दमन कर रही है।''
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की नीति है, हिंदुओं की एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाओ। कांग्रेस जानती है कि जितना हिंदू बंटेगा, उतना ही उसका फायदा होगा। कांग्रेस किसी भी तरीके से हिंदू समाज में आग लगाए रखना चाहती है, ताकि वो उस पर राजनीतिक रोटियां सेंकती रहे। भारत में जहां भी चुनाव होते हैं, वहां कांग्रेस यही फॉर्मूला लागू करती है।''
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि ‘हमेशा बांटों और सत्ता पाओ' के फार्मूले पर चलने वाली कांग्रेस ने बार-बार यह सिद्ध किया है कि वह एक ‘गैर-जिम्मेदार' दल बन गया है। उन्होंने कहा, ‘‘वह अभी भी देश को बांटने के लिए नए-नए विमर्श गढ़ रही है...कांग्रेस के एक भी नेता ने आज तक कभी नहीं कहा कि हमारे मुस्लिम भाई-बहनों में कितनी जातियां होती हैं। मुस्लिम जातियों की बात आते ही कांग्रेस के नेता मुंह पर ताला लगाकर बैठ जाते हैं।''
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जब हिंदू समाज की बात आती है तो कांग्रेस उनकी चर्चा जाति से ही शुरू करती है। कांग्रेस की नीति है हिंदुओं की एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाओ। कांग्रेस जानती है जितना हिंदू बंटेगा, उतना ही उसका फायदा होगा। भारत में जहां भी चुनाव होते हैं, वहां कांग्रेस यही फार्मूला लागू करती है।'' मोदी ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए इतनी बेचैन है कि हर रोज नफरत की राजनीति कर रही है और कांग्रेस की पुरानी पीढ़ी के नेता भी बेबस और असहाय हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस नफरत फैलाने की सबसे बड़ी फैक्ट्री बनने वाली है, यह गांधी जी(महात्मा गांधी) ने आजादी के बाद ही समझ लिया था। इसीलिए गांधी जी ने कहा था कांग्रेस को खत्म कर देना चाहिए। कांग्रेस खुद खत्म नहीं हुई लेकिन आज देश को खत्म करने पर तुली हुई है। इसलिए हमें सावधान और सतर्क रहना है।''
मोदी ने कहा, ‘‘मेरा पक्का विश्वास है कि समाज को तोड़ने की आज जो कोशिश हो रही है, इसे महाराष्ट्र के लोग नाकाम करके रहेंगे। महाराष्ट्र के लोगों को देश के विकास को सर्वोपरि रखते हुए एकजुट होकर भाजपा और महायुति के लिए वोट करना है।'' महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव अगले महीने संभावित हैं।