पीएम ने बठिंडा समेत पांच एम्स का किया उद्घाटन
राजकोट, 25 फरवरी (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का उद्घाटन किया। वहीं, बठिंडा (पंजाब), रायबरेली (उत्तर प्रदेश), कल्याणी (पश्चिम बंगाल) और मंगलगिरि (आंध्र प्रदेश) में चार एम्स का लोकार्पण ऑनलाइन तरीके से किया। मोदी ने 48,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कहा कि उनकी गारंटी तब शुरू होती है जब दूसरों से उम्मीद खत्म हो जाती है।
मोदी ने कहा, ‘आजादी के 50 साल बाद तक देश में केवल एक एम्स था और वो भी दिल्ली में। आजादी के बाद के सात दशक में केवल सात एम्स को मंजूरी दी गई लेकिन ये भी कभी पूरे नहीं हुए। लेकिन अब केवल 10 दिन में सात नये एम्स का उद्घाटन किया गया या आधारशिला रखी गई। इसलिए मैं कह रहा हूं कि हम देश में पिछले छह से सात दशक में हुए विकास से काफी तेज रफ्तार से देश का विकास कर रहे हैं।’
स्कूबा डाइविंग समुद्र में की पूजा
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में पंचकुई समुद्र तट पर ‘स्कूबा डाइविंग’ की और पानी में डूबी भगवान श्रीकृष्ण की प्राचीन द्वारका नगरी के दर्शन करने के साथ ही वहां पूजा-अर्चना भी की। सफेद डाइविंग हेलमेट और गेरुआ वस्त्र पहने मोदी समुद्र तल पर पालथी मारकर बैठे और हाथ जोड़कर प्रार्थना की। इस दौरान नौसेना के गोताखोरों ने उनकी मदद की। मोदी ने इसे दिव्य अनुभव बताया। इससे पहले, उन्होंने बेयट द्वारका में भगवान श्री कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की।
देश के सबसे लंबे केबल पुल का श्रीगणेश
देवभूमि द्वारका : प्रधानमंत्री मोदी ने अरब सागर में बेयट द्वारका द्वीप को मुख्य भूमि ओखा से जोड़ने वाले देश के सबसे लंबे केबल-आधारित पुल ‘सुदर्शन सेतु’ का गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में रविवार को उद्घाटन किया। एक विज्ञप्ति के अनुसार, 2.32 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण 979 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, जिसके बीच में 900 मीटर लंबा केबल आधारित हिस्सा है और पुल तक पहुंचने के लिए 2.45 किलोमीटर लंबा सड़क मार्ग है। बेयट द्वारका ओखा बंदरगाह के पास एक द्वीप है, जो द्वारका शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर है, जहां भगवान श्रीकृष्ण का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर है।