कवर ड्राइव शॉट खेलना मुश्किल परिस्थितियों में डालता है, ये मेरी कमजोरी भी है : कोहली
दुबई, 24 फरवरी (एजेंसी)
भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने स्वीकारा कि उनका कवर ड्राइव शॉट उन्हें मुश्किल परिस्थिति में डाल देता है क्योंकि ये शॉट उनकी कमजोरी रहा है, लेकिन इस शॉट को खेलने से उन्हें अपनी पारी खेलने में नियंत्रण भी मिलता है। कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ यादगार नाबाद शतकीय पारी खेली जिससे भारत ने 6 विकेट से जीत हासिल की। उनकी 111 गेंद की पारी में काफी कवर ड्राइव शॉट शामिल थे और इसी शॉट की वजह से हाल ही में उनके प्रदर्शन में गिरावट भी आई थी लेकिन ये अब भी उनके तरकश का अहम हथियार बना हुआ है।
कोहली ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा पोस्ट किए एक वीडियो में कहा कि ये एक मुश्किल स्थिति है। ये कवर ड्राइव पिछले कुछ वर्षों में मेरी कमजोरी रहा है, लेकिन मैंने इस शॉट पर बहुत रन बनाए हैं। मुझे लगता है कि आज का मैच सिर्फ अपने शॉट्स पर ध्यान देने के बारे में था। मैंने जो पहली 2 बाउंड्री लगाईं, वे कवर ड्राइव पर थीं। इसलिए मुझे थोड़ा जोखिम लेना पड़ा और अपने शॉट्स को आगे बढ़ाना पड़ा। कोहली ने कहा, ‘‘क्योंकि जब मैं इस तरह के शॉट लगाता हूं तो मैं क्रीज पर बल्लेबाजी करते समय नियंत्रण महसूस करता हूं। इसलिए ये मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से एक अच्छी पारी थी''। एक बार फिर भारत की जीत में योगदान देने से खुश कोहली सबसे तेज 14,000 वनडे रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने कहा कि तीसरे नंबर पर उनकी भूमिका पिछले कुछ वर्षों में अपरिवर्तित रही है। एक बात जो मैंने हमेशा तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते समय सोची है, वह है जोखिम को कम करना और यह सुनिश्चित करना कि मैं अपनी टीम को जीत की स्थिति में रखूं।
कोहली के शतक के लिए हिसाब लगाने लगे थे अक्षर
विराट कोहली पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के मैच में जब शतक लगाने के करीब थे, तो उनके साथ दूसरे छोर पर खड़े अक्षर पटेल भी हिसाब लगाने लगे थे, ताकि कोहली जादुई आंकड़े तक पहुंच सकें। अक्षर उस समय बल्लेबाजी करने आये, जब भारत को जीत के लिए 19 रन चाहिए थे और कोहली 86 रन बनाकर खेल रहे थे। अक्षर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा जारी किए गये एक वीडियो में कहा, ‘आखिर में मैं भी उनके शतक के लिए हिसाब लगाने लग गया था। मैं उम्मीद कर रहा था कि गेंद मेरे बल्ले का किनारा लेकर न जाए। इसलिए यह काफी मजेदार था।’