गेम डिजाइनर बन खेलें कैरियर की पारी
कीर्ति शेखर
यदि आप अपने लैपटॉप या एंड्रॉयड फोन में अकसर वीडियो गेम का लुत्फ लेते हैं तो आप चाहें तो अपने इस जुनून को कैरियर में भी तब्दील कर सकते हैं। ऐसा करने के लिए आपको गेम डिजाइन के क्षेत्र में डिग्री या डिप्लोमा लेना होगा। इन दिनों गेम डिजाइनरों की काफी ज्यादा मांग है। गेम डिजाइन में डिप्लोमा या डिग्री लेने के बाद विभिन्न किस्म के वीडियो गेम के लिए एप्लीकेशन बनाने से लेकर ग्राफिक्स और आर्ट डिजाइन तक के बहुत सारे काम शामिल होते हैं। यही नहीं, गेमिंग सीखने के बाद आप कोडिंग कौशल, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट या अन्य आईटी और तकनीकी व्यवसाय एप्लीकेशन का निर्माण कर सकते हैं। अगर आप गेम डिजाइनिंग में स्नातक कर लें तो कई क्षेत्रों में आपके लिए शानदार कैरियर इंतजार करता मिलेगा। मसलन आप मल्टीमीडिया आर्टिस्ट और एनीमेटर बन सकते हैं। सॉफ्टवेयर डेवलपर बन सकते हैं। कई तरह के सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट में आर्ट डायरेक्टर की भूमिका निभा सकते हैं। ग्राफिक डिजाइन और वेब डेवलपर बनकर भी कैरियर को शानदार ऊंचाइयां दे सकते हैं।
खास तरह की स्किल्स
गेम डिजाइनिंग और डेवलपमेंट के फील्ड में जाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि क्या आपमें कुछ खास तरह की स्किल मौजूद हैं। मसलन क्या आप धैर्यवान हैं, क्या आपकी किसी काम में निरंतर लगन बनी रहती है, क्या आपमें इनोवेशन की क्षमता और उसके प्रति रुझान है, क्या आप रचनात्मक हैं और मोबाइल या लैपटॉप में वीडियो गेम खेलते हुए खुद किसी नये खेल को विकसित करने के बारे में कभी सोचते हैं। ये वो लक्षण हैं जो यदि आपमें पाये जाते हैं तो आप गेम डिजाइनिंग क्षेत्र के लिए परफेक्ट पेशेवर हैं। इस क्षेत्र में जाने के लिए बैचलर और मास्टर्स की डिग्री ली जा सकती है तथा कई तरह के गेम डिजाइन संबंधी डिप्लोमा भी किये जा सकते हैं। हां, ज्यादातर अच्छे इंस्टीट्यूट में जहां गेम डिजाइनिंग के पाठ्यक्रम सम्पन्न होते हैं, वहां एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के जरिये होते हैं। एनआईटीटी ,डीए यूसीईईडी, एआईईईडी और सीईईडी। इस क्षेत्र में अध्ययन के लिए इन प्रवेश परीक्षाओं से गुजरना होता है।
जरूरी योग्यताएं
गेम डिजाइनर बनने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री लेना भी एक अच्छा विकल्प है। इस तरह के डिग्री प्रोग्राम से डेटा मैनेजमेंट, सॉफ्टवेयर, फंडामेंटल, वेब डेवलपमेंट, यूएक्स और यूआई के बारे में महत्वपूर्ण सैद्धांतिक और व्यावहारिक जानकारियां व अनुभव मिलता है। गेमिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए किसी गेमिंग स्टूडियो में इंटर्नशिप या प्रवेश स्तर की भूमिका निभायी जा सकती है। गेम डिजाइनर कंप्यूटर प्रोग्राम के इस्तेमाल से अलग-अलग करेक्टर्स का डिजिटल रिप्रजेंटेशन तैयार करते हैं। ऐसी स्टोरी तैयार करते हैं, जो गेम एनीमेटेड सीन्स और कैरेक्टर के एक्शंस को आउटलाइन करता है। ये ऐसे गेम सॉफ्टवेयर बनाते हैं, जो इन सब गतिविधियों को साथ ले सकें। गेम डिजाइनिंग में वास्तव में अलग-अलग प्रोग्राम्स का इस्तेमाल इस प्रकार से किया जाता है या कहें उन्हें इस प्रकार से आपस में जोड़ा जाता है कि आपकी कल्पना के मुताबिक आपके चुने हुए करेक्टर काम कर सकें।
गेम डिजाइनिंग के लिए कोर्स
गेम डिजाइनिंग के क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण कोर्स हैं :
गेम डिजाइन और इंटीग्रेशन में डिप्लोमा, गेम आर्ट में प्रोफेशनल डिप्लोमा , एनीमेशन गेमिंग और स्पेशल इफेक्ट में डिप्लोमा, गेम आर्ट और थ्रिलिंग गेम कंटेंट क्रिएशन में एडवांस डिप्लोमा आदि।
नौकरी कहां मिलेगी
जहां तक इस क्षेत्र के प्रोफेशनल्स को नौकरी कहां मिलेगी यह सवाल है तो कई तरह के गेम डेवलप करने वाली कंपनियों, गेम पब्लिशर, स्टूडियो, गेमिंग शिक्षण संस्थानों, विपणन और विज्ञापन एजेंसियों के साथ-साथ मोबाइल फोन कंपनियों और डिजिटल डिजाइन कंपनियों में भी गेम डिजाइनरों की मांग रहती है। इस फील्ड के प्रोफेशनल्स को गेम डिजाइनर, गेम टेस्टर, विजुअल आर्टिस्ट, ऑडियो इंजीनियर्स, स्पेशल इफेक्ट एक्सपर्ट, क्रिएटिव डायरेक्टर, एक्टर, राइटर और प्रोग्रामर के रूप में नौकरियां मिलती हैं। कुछ अनुभव के बाद आप लीड गेम डिजाइनर, कंटेंट डिजाइनर, टेक्निकल डिजाइनर, सिस्टम डिजाइनर और सॉफ्टवेयर डिजाइनर के रूप में भी नौकरी कर सकते हैं। जहां तक इस क्षेत्र में वेतन की बात है तो शुरुआती वेतन यहां 2 से 6 लाख रुपये सालाना के रूप में मिल जाता है और फिर जैसे-जैसे आप अनुभवी होते जाते हैं तथा आपके काम में क्वालिटी होती है, तो आपका वेतन 8 से 12 लाख रुपये तक सालाना हो जाता है। कुछ गेम डिजाइनरों को 17 से 30 लाख रुपये तक हर साल मिलते हैं।
इस क्षेत्र में अध्ययन करने के लिए महत्वपूर्ण संस्थान ये हैं.
भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी, पुणे, माया एकेडमी ऑफ एडवांस सिनेमेटिक, मुंबई, एरिना एनिमेशन, नई दिल्ली, जी इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव आर्ट्स, बंगलूरू आदि। इन संस्थानों से इस क्षेत्र में डिग्री या डिप्लोमा हासिल किया जा सकता है। -इ.रि.सें.