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कॉलेज कैंटीन की प्लेट में अब नहीं होगा पिज्जा, बर्गर

06:38 AM Jul 18, 2024 IST
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 17 जुलाई
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नए निर्देश के लागू होने पर कॉलेज कैंटीन में पिज्जा, बर्गर और समोसे जैसे जंक फूड नहीं मिलेंगे। जंक फूड के कारण छात्रों में बढ़ते मोटापे की चिंता व्यक्त करते हुए यूजीसी ने बुधवार को एक निर्देश जारी किया, जिसमें शैक्षणिक संस्थानों में ‘स्वास्थ्य के लिए हानिकारक’ खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाई गई है। गौर हो कि जंक फूड युवाओं के बीच लोकप्रिय है, लेकिन यूजीसी ने कहा कि इसका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
नया निर्देश इस साल मई में आईसीएमआर की रिपोर्ट के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में वसा की मात्रा बहुत अधिक होती है और इससे मोटापा बढ़ सकता है। इससे दिल का दौरा, स्ट्रोक, मधुमेह जैसी खतरनाक बीमारियों की आशंका भी बढ़ जाती है।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘अच्छा स्वास्थ्य मानवता के लिए एक मौलिक विशेषाधिकार है।’ आईसीएमआर की 2020-2023 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बीमारियों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिसमें 4 में से 1 व्यक्ति मोटापे या मधुमेह/प्री-डायबिटिक है।
बता दें कि एनएपीआई पोषण पर एक राष्ट्रीय थिंक टैंक है, जिसमें महामारी विज्ञान, मानव पोषण, सामुदायिक पोषण और बाल रोग, चिकित्सा शिक्षा, प्रशासन, सामाजिक कार्य और प्रबंधन के स्वतंत्र विशेषज्ञ शामिल हैं। यूजीसी ने कहा, ‘बढ़ते मोटापे, मधुमेह और अन्य रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए एनएपीआई ने शैक्षणिक संस्थानों में अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने और कैंटीन में स्वस्थ भोजन विकल्पों को बढ़ावा देने का अनुरोध किया है।’ यूजीसी ने 10 नवंबर, 2016 और 21 अगस्त, 2018 को भी इसी तरह के विषयों पर परामर्श जारी किए थे। इस संबंध के निर्देश में कहा गया, ‘एक बार फिर अनुरोध किया जाता है कि वे शैक्षणिक संस्थानों में अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाएं और कैंटीन में स्वस्थ भोजन के विकल्पों को बढ़ावा दें।’

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