नस्लीय टिप्पणी पर तूफान के बाद पित्रोदा ने कांग्रेस छोड़ी
नयी दिल्ली, 8 मई (एजेंसी)
विवादास्पद दूरसंचार उद्यमी सैम पित्रोदा ने भारतीयों के रंग-रूप पर अपनी एक टिप्पणी को लेकर उठे सियासी तूफान के बाद बुधवार को कांग्रेस छोड़ दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके विचारों को ‘घृणित’ बताया। भाजपा ने टिप्पणियों को नस्लीय बताते हुए कहा कि कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति बेनकाब हो गई है। वहीं, कांग्रेस ने पित्रोदा की टिप्पणियों से खुद को अलग करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका निर्णय स्वीकार कर लिया है।’
अमेरिका में रहने वाले 82 वर्षीय पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट में भारत की विविधता पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘भारत के पूर्व में लोग चीनियों जैसे दिखते हैं, पश्चिम में अरब जैसे, दक्षिण भारत में अफ्रीकियों जैसे और उत्तर में गोरों जैसे लगते हैं।’ हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं। भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। हम 75 साल से बहुत सुखद माहौल में रह रहे हैं, जहां कुछ लड़ाइयों को छोड़ दें तो लोग साथ रह सकते हैं। हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘सैम पित्रोदा द्वारा भारत की विविधताओं को जो उपमाएं दी गई हैं, वह अत्यंत गलत और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।’
इससे पहले पित्रोदा ने कांग्रेस के घोषणापत्र में ‘संपदा के पुन: वितरण’ के मुद्दे पर बात करते हुए ‘अमेरिका में विरासत कर’ का उल्लेख किया था। इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया था।