फोगाट खाप ने सरकार से खाप पंचायतों को कानूनी मान्यता देने की उठाई मांग
चरखी दादरी, 3 जुलाई (हप्र)
सर्वजातीय खाप फोगाट की ओर से मांग की गई है कि पारंपरिक खाप पंचायतों को सरकार द्वारा कानूनी मान्यता दी जाए ताकि
वे समाज में शांति, भाईचारे और त्वरित न्याय की दिशा में पहले से भी अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकें।
सर्वजातीय खाप फोगाट के प्रधान सुरेश फोगाट ने बताया कि खाप पंचायतों का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। यह परंपरा राजा हर्षवर्धन के समय से चली आ रही है और समाज में सदियों से आपसी विवादों को सुलझाने में इनकी अहम भूमिका रही है। खापों ने हमेशा बिना भेदभाव के दोनों पक्षों की सहमति से निर्णय कर समाज में एकता और समझौते की मिसाल कायम की है।
उन्होंने कहा कि आज जब देश की अदालतों और थानों पर काम का भारी बोझ है, ऐसे में खापों को यदि कानूनी मान्यता मिलती है, तो ये पंचायतें गांव स्तर पर ही विवादों को सुलझाकर न्यायालयों और प्रशासन का बोझ काफी हद तक कम कर सकती हैं। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि शहरी व ग्रामीण समाज में आपसी रिश्तों को भी मजबूती मिलेगी।
प्रधान सुरेश फोगाट ने सर्वजातीय खाप फोगाट की तरफ से सरकार से अनुरोध किया है कि इस ऐतिहासिक खापों की भूमिका को ध्यान में रखते हुए इसे कानूनी दर्जा देने पर गंभीरता से विचार किया जाए, ताकि खापें सामाजिक समरसता और न्याय की स्थापना में एक सशक्त भागीदार बन सके।