PGI : 38वें वार्षिक दीक्षांत समारोह की तैयारियां पूरी, 107 मेडल और 1547 डिग्रियाँ प्रदान की जाएंगी
- 6 अक्तूबर को PGI में होगा आयोजन
चंडीगढ़, 4 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
PGI चंडीगढ़ स्थित स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (PGIMER) अपने 38वें वार्षिक दीक्षांत समारोह के लिए पूरी तरह तैयार है, जो 6 अक्तूबर 2024 को आयोजित किया जाएगा। यह प्रतिष्ठित आयोजन न केवल चिकित्सा शिक्षा में उत्कृष्टता का जश्न मनाएगा, बल्कि 107 मेधावी छात्रों को मेडल प्रदान करेगा और 1547 स्नातक छात्रों को डिग्रियाँ देकर उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई यात्रा पर ले जाएगा।
PGIMER के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने इस आयोजन को संस्थान की "चिकित्सा शिक्षा में उच्च मानदंड स्थापित करने और भावी स्वास्थ्य सेवा के नेताओं को तैयार करने की प्रतिबद्धता" का प्रतीक बताया। इस अवसर पर NITI आयोग के सदस्य प्रो. विनोद के. पॉल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, जबकि संस्थान के पूर्व निदेशक और पद्मश्री से सम्मानित प्रो. जगत राम विशेष अतिथि होंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं में PGIMER का महत्वपूर्ण योगदान इसे एक अग्रणी संस्थान बनाता है। संस्थान ने न केवल 1.25 लाख से अधिक मरीज़ों का इलाज किया है, बल्कि 100 से अधिक मुफ्त किडनी प्रत्यारोपण करके आयुष्मान भारत योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे देशभर में अनेक परिवारों को आर्थिक राहत मिली है।
प्रो. लाल ने गर्व से कहा कि PGIMER ने आयुष्मान भारत योजना के तहत वित्त वर्ष 2023-24 में ₹130 करोड़ की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं, जिससे यह केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे आगे है।
तारीख: 6 अक्तूबर 2024 | स्थान: PGIMER, चंडीगढ़
मुख्य आकर्षण
- 107 मेधावी छात्रों को उत्कृष्टता के लिए मेडल प्रदान किए जाएंगे।
- 1547 छात्र विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में डिग्री प्राप्त करेंगे।
- मुख्य अतिथि: प्रो. विनोद के. पॉल, सदस्य NITI आयोग।
- सम्मानित अतिथि: प्रो. जगत राम, पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित और पूर्व निदेशक PGIMER।
PGIMER के उल्लेखनीय योगदान
- 1.25 लाख+ मरीज़ों का इलाज किया गया।
- 100+ मुफ्त किडनी प्रत्यारोपण के साथ देश के शीर्ष किडनी ट्रांसप्लांट केंद्रों में।
- आयुष्मान भारत: ₹130 करोड़ की स्वास्थ्य सेवाएं और 32,000+ लाभार्थियों का इलाज।
- 5000+ किडनी ट्रांसप्लांट, भारत का दूसरा सबसे बड़ा ट्रांसप्लांट सेंटर।
- टेलीमेडिसिन: 31 लाख+ टेली-परामर्श, हर मरीज़ को औसतन ₹972 की बचत।
- शोध अनुदान: 2023-24 में ₹108 करोड़ की रिकॉर्ड अनुदान राशि, नवाचार में अग्रणी।
- टेली एविडेंस: 9000 से अधिक कोर्ट मामलों में टेली-एविडेंस, कानूनी प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव।
विशेष पहल
- प्रोजेक्ट सारथी: 250+ अस्पतालों में सफलतापूर्वक लागू, 700+ अस्पतालों तक विस्तार की योजना।
- नया ड्रेस कोड: पहली बार दीक्षांत समारोह में एथनिक परिधान को PGIMER के आधिकारिक ड्रेस कोड के रूप में शामिल किया गया। परंपरा और शिक्षा का संगम दर्शाता है यह अनूठा पहल।
स्वास्थ्य सेवा का भविष्य: इस दीक्षांत समारोह के साथ PGIMER न केवल शिक्षा में बल्कि समग्र स्वास्थ्य सेवाओं में भी नई ऊंचाइयाँ छू रहा है।