पीजीआई ने खोले नए द्वार, सीएसआर से होगा मरीजों का कल्याण
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 26 अक्तूबर
चंडीगढ़ में चल रहे ग्लोबल पीजीआई एलुमनी समिट 2024 का दूसरा दिन मित्रता और स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्टता का जश्न बन गया। इस अनोखे आयोजन में दुनियाभर से पीजीआई के पूर्व छात्रों ने भाग लिया, जिनका उद्देश्य पुराने रिश्तों को पुनर्जीवित करना और संस्थान की विरासत को सशक्त बनाना था। पीजीआई के निदेशक और समिट के अध्यक्ष प्रो. विवेक लाल ने पूर्व छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि पीजीआई के प्रति उनकी वफादारी और समर्पण संस्थान की ताकत है। हमारी यात्रा पीजीआई में एक अनोखे बंधन द्वारा परिभाषित होती है—जो हमारी उत्कृष्टता और लचीलेपन के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इस अवसर पर पीजीआई ने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) भागीदारी को मजबूत करने की दिशा में नए कदम बढ़ाने की घोषणा की। इन्फोसिस द्वारा आगामी मातृ एवं शिशु अस्पताल के लिए 150 रुपए करोड़ का दान दिया गया, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती मिलेगी। प्रो. विवेक लाल ने इस साझेदारी को पीजीआई की स्वास्थ्य सेवा उत्कृष्टता में वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और अन्य कॉर्पोरेट संस्थाओं को भी सहयोग के लिए आमंत्रित किया।
प्रो. अरविंद राजवंशी, पूर्व डीन रिसर्च ने भी पूर्व छात्रों से अपील की कि वे सामाजिक कार्यों के लिए योगदान दें, ताकि जरूरतमंद मरीजों की मदद की जा सके और एक फेलोशिप फंड भी स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे दान भी सामूहिक रूप से संस्थान के लिए बड़ी सहायता बन सकते हैं।
इस मौके पर प्रो. जी.डी. पुरी पूर्व डीन अकादमिक ने पीजीआई के अनुशासन और समर्पण की परंपरा का उल्लेख किया और सभी पूर्व छात्रों के योगदान की सराहना की। इसके साथ ही, अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडियन ऑरिजिन के अध्यक्ष-चुनाव डॉ. अमित चक्रवर्ती ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए पीजीआई की प्रतिष्ठा और इसके एलुमनी नेटवर्क की ताकत का उल्लेख किया।
सांस्कृतिक संध्या से हुआ समापन
दिन का समापन ‘डाउन द मेमोरी लेन’ वीडियो प्रस्तुति और सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ। इसमें पीजीआई के विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों का सम्मान किया गया, जिसमें पूर्व निदेशक प्रो. बी.एन.एस. वालिया, प्रो. योगेश चावला और प्रो. जगत राम जैसे नाम शामिल थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में संगीत, नृत्य, और मिमिक्री की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया, जो इस समिट का एक जीवंत हिस्सा बना। इससे पहले, दिन की शुरुआत विभागीय दौरे से हुई, जिसमें एलुमनी ने पीजीआई की नवीनतम प्रगति देखी और वर्तमान संकाय और निवासियों से मुलाकात की। समिट के दौरान पीजीआई की विरासत को और अधिक सशक्त बनाने और भविष्य में इसकी भूमिका को वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में और प्रभावी बनाने पर विचार किया गया।