PGI CHANDIGR को ICMR-DHR सम्मेलन में मिली बड़ी उपलब्धि: रिसर्च उत्कृष्टता और सर्वश्रेष्ठ HTA केंद्र का खिताब
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़ ,14 नवंबर
नई दिल्ली में आयोजित DHR ICMR स्वास्थ्य अनुसंधान उत्कृष्टता सम्मेलन 2024 में, चंडीगढ़ के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) ने दो महत्वपूर्ण पुरस्कार अपने नाम किए। संस्थान को 'कुल सर्वश्रेष्ठ संस्थान' श्रेणी में प्रतिष्ठित रिसर्च उत्कृष्टता पुरस्कार और भारत के 'सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी मूल्यांकन (HTA) केंद्र' का सम्मान मिला।
प्रतिष्ठित हस्तियों द्वारा सम्मानित यह पुरस्कार स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी.के. पॉल द्वारा प्रदान किए गए। PGIMER की ओर से प्रो. संजय जैन, डीन (रिसर्च), ने इन सम्मानों को प्राप्त किया। यह सफलता PGIMER की उस क्षमता का प्रमाण है, जिसने इसे देश के शीर्ष अनुसंधान संस्थानों में से एक बना दिया है।
संस्थान की उपलब्धियों पर निदेशक की टिप्पणी PGIMER के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने इस सम्मान को संस्थान के संकाय और शोधकर्ताओं की मेहनत और समर्पण का फल बताते हुए कहा, “हम DHR ICMR स्वास्थ्य अनुसंधान उत्कृष्टता सम्मेलन 2024 में यह सम्मान प्राप्त कर गर्व महसूस कर रहे हैं। हमारी उपलब्धियां न केवल हमारे मजबूत अनुसंधान परिणामों को दर्शाती हैं बल्कि मरीजों की देखभाल को बेहतर बनाने के लिए उनके अनुप्रयोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी साबित करती हैं।”
HTA केंद्र की अग्रणी भूमिका PGIMER का HTA केंद्र, जो 2018 से सामुदायिक चिकित्सा एवं पब्लिक हेल्थ विभाग के अंतर्गत संचालित हो रहा है, प्रो. शंकर प्रिंजा के नेतृत्व में काम कर रहा है। यह केंद्र नीति-संबंधी शोध और स्वास्थ्य योजनाओं की लागत-प्रभावशीलता के मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस केंद्र द्वारा किए गए अनुसंधानों में आयुष्मान भारत पीएम-जेएवाई योजना के मूल्य निर्धारण के लिए प्रमाण, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की जांच के राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए सुझाव, और कैंसर रोधी दवाओं के मूल्य नियमन में योगदान शामिल है।
अनुसंधान और नवाचार में प्रगति हाल के वर्षों में PGIMER ने अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। प्रो. विवेक लाल ने बताया कि 2022 में संस्थान ने कुल 20 पेटेंट प्रकाशित किए, जिनमें से 10 को मंजूरी मिली। 2023-24 में 18 नए पेटेंट प्रकाशित हुए और 4 को मंजूरी मिली। संस्थान को इस अवधि में ₹1.18 अरब की बाहरी अनुदान राशि प्राप्त हुई, जो इसके अनुसंधान कार्यों के लिए वित्तीय मजबूती को दर्शाती है।
सम्मेलन का व्यापक आयोजन ICMR की 113वीं वर्षगांठ पर आयोजित इस सम्मेलन में 500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान ICMR दिशानिर्देशों का विमोचन, तेलंगाना में ड्रोन कार्यक्रम की शुरुआत, और विभिन्न श्रेणियों में वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया।