PGGC-11 फैकल्टी क्रिकेट मैच: सुपर 11 ने दमदार प्रदर्शन से जीता खिताब
चंडीगढ़, 14 मार्च (ट्रिन्यू)
पीजीजीसी-11 के मैदान पर बुधवार को खेली गई फैकल्टी क्रिकेट चैंपियनशिप में सुपर 11 (मानविकी संकाय) ने साइंस प्रोफेशनल 11 (विज्ञान संकाय) को 16 रनों से हराकर बाजी मार ली। यह मुकाबला रोमांच, जबरदस्त स्ट्रोकप्ले और घातक गेंदबाजी का गवाह बना, जहां सुपर 11 के बल्लेबाजों ने आतिशी प्रदर्शन किया और गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में शानदार वापसी कर अपनी टीम को जीत दिलाई।
शानदार शुरुआत, ताबड़तोड़ बैटिंग
टॉस जीतकर सुपर 11 ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। डॉ. सूरज थापा ने शुरुआत से ही आक्रामक तेवर दिखाए और मात्र 22 गेंदों में 45 रन ठोक दिए, जिसमें छह चौके और दो गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनके साथियों ने भी तेज खेलते हुए 15 ओवरों में 138 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
दूसरी ओर, साइंस प्रोफेशनल 11 के गेंदबाजों ने अपनी टीम को मैच में बनाए रखने की पूरी कोशिश की। डॉ. सतविंदर सिंह, डॉ. राजकुमार और डॉ. गुरव ने शानदार गेंदबाजी की, तीनों ने मिलकर महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और रनगति पर लगाम लगाने की कोशिश की।
साइंस प्रोफेशनल 11 की संघर्षपूर्ण पारी
लक्ष्य का पीछा करने उतरी साइंस प्रोफेशनल 11 की टीम ने तेज शुरुआत की। डॉ. लखवीर (34 गेंदों पर 44 रन) ने टीम को जीत की राह पर बनाए रखा, लेकिन जैसे ही वे आउट हुए, रनगति धीमी पड़ गई। मध्यक्रम के बल्लेबाज संघर्ष करते रहे, लेकिन सुपर 11 के गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी के सामने टिक नहीं पाए।
डॉ. नरिंदर सिंह ने अपनी घातक गेंदबाजी से मुकाबले को पूरी तरह पलट दिया। उन्होंने केवल दो ओवर में तीन विकेट झटककर साइंस प्रोफेशनल 11 की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उनकी कातिलाना यॉर्कर और सटीक लाइन-लेंथ ने बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका ही नहीं दिया।
खेल भावना और सम्मान समारोह
मैच के बाद आयोजित सम्मान समारोह में प्राचार्य प्रो. रमा अरोड़ा ने खिलाड़ियों की खेल भावना और जोश की सराहना की। उन्होंने कहा कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि टीम वर्क और अनुशासन सिखाने का बेहतरीन माध्यम है। डीन डॉ. दीपशिखा ने भी सभी खिलाड़ियों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन शिक्षकों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी हैं।
फिजिकल एजुकेशन विभाग के प्रमुख डॉ. राजेश दहिया ने मैच को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी आयोजकों और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।
यादगार रहा मुकाबला
यह मुकाबला सिर्फ बल्ले और गेंद की लड़ाई नहीं थी, बल्कि यह संकाय सदस्यों के बीच दोस्ती, टीम वर्क और खेल भावना को मजबूत करने वाला शानदार आयोजन था। इस मैच की रोमांचक यादें लंबे समय तक कॉलेज के गलियारों में गूंजती रहेंगी।