बच्चों और वयस्कों पर परीक्षण की मिली अनुमति
नयी दिल्ली, 3 सितंबर (एजेंसी)
बायोलॉजिकल ई को इसके कोविड-19 टीके ‘कॉर्बेवैक्स’ के दूसरे और तीसरे चरण के मानवीय परीक्षण की मंजूरी मिल गई है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने शुक्रवार को बताया कि 5 साल से ऊपर के बच्चों और वयस्कों पर इसके परीक्षण की अनुमति दी गई है। ‘कॉर्बेवैक्स’ का विकास जैव प्रौद्योगिकी विभाग और इसकी पीएसयू जैव प्रौद्योगिकी उद्योग शोध सहायक परिषद् (बीआईआरएसी) के सहयोग से किया जा रहा है।
बायोलॉजिकल ई को, पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण के आंकड़ों की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की समीक्षा के बाद भारत के औषधि महानिरीक्षक ने तीसरे चरण के परीक्षण की मंजूरी दी है। डीबीटी के अनुसार, ‘बायोलॉजिकल ई को एक सितंबर 2021 को कॉर्बेवैक्स टीके के, बच्चों एवं वयस्कों पर दूसरे एवं तीसरे चरण के परीक्षण की मंजूरी मिल गई।’ बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की प्रबंध निदेशक महिमा डाटला ने कहा कि मंजूरी मिलने के बाद इसे डब्ल्यूएचओ के समक्ष दायर करने में सहयोग मिलेगा। अभी तक जायडस कैडिला के कोविड-19 टीके ‘जायकोव-डी’ को देश में 12 से 18 वर्ष तक की उम्र के किशोरों को लगाने की आपातकालीन मंजूरी औषधि नियामक से मिली है।