रक्तदान कर लोगों ने ली अंग दान की प्रतिज्ञा
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 18 दिसंबर (हप्र)
देव समाज हेड ऑफिस, सेक्टर 36-बी में आयोजित देव समाज महोत्सव, भजन, प्रार्थना और देव समाज के सिद्धांतों का पालन करने की प्रतिज्ञा के साथ संपन्न हुआ। महोत्सव देव समाज के संस्थापक भगवान देव आत्मा की 174 वीं जयंती समारोह के उपलक्ष्य में मनाया गया था । चार दिवसीय समारोह के दौरान सामाजिक नैतिकता और नैतिक संस्कृति पर दैनिक प्रवचनों के इर्द-गिर्द विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।
देव समाज की शिक्षाओं के अनुरूप सामाजिक कल्याणकारी प्रयासों को अपनाते हुए, पीजीआईएमईआर और सुख फाउंडेशन के सहयोग से विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के एमएस एंड हेड डिपार्टमेंट फॉर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एंड नोडल ऑफिसर, रीजनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन के प्रोफेसर विपिन कौशल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इसके अलावा, पीजीआईएमईआर के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के डॉ. सुचेत सचदेव और सेंट्रल डिटेक्टिव ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (सीडीटीआई), भारत सरकार के डीएसपी संजय कुमार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया। इस दौरान एक अंगदान जागरूकता शिविर भी आयोजित किया गया। देव समाज संस्थानों के स्वयंसेवकों और आम जनता ने रक्तदान किया और कई लोगों ने अपने अंग दान करने की प्रतिज्ञा भी ली। कुल 100 युनिट रक्त का दान किया गया।
देव समाज मैनेजिंग काउंसिल के मेंबर निर्मल सिंह ढिल्लों ने आयोजकों को बधाई दी। महोत्सव का एक अन्य प्रमुख आकर्षण डॉ. एग्नीज ढिल्लों, सेक्रेटरी देव समाज द्वारा आयोजित 'देव जीवनधारी भगवान देव आत्मा' पर महासभा थी। एक अन्य महत्वपूर्ण प्रवचन 'मानवता को भगवान देव आत्मा की आवश्यकता' पर राम विलास पांडेय द्वारा दिया गया। डॉ. मनोज मदान ने 'भगवान देव आत्मा: एक अद्भुत प्रेरक' पर अपने प्रवचन में बताया कि कैसे सम्माननीय संस्थापक ने एक अनुकरणीय जीवन जिया और सभा से दूसरों की सेवा में अपना जीवन उपयोग करने का आग्रह किया।
भजन गायन और देव समाज मॉडर्न स्कूल, नई दिल्ली के छात्रों द्वारा मंचित 'देव प्रभावों का करिश्मा' विषय पर आधारित नाटक ने दर्शकों को आकर्षित किया। महोत्सव में एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।देव समाज महोत्सव का शुभारंभ 14 दिसंबर को जगदीश चंद भारद्वाज के 'प्रवेश सभा' संबोधन के साथ हुआ।