5 साल से गंदे पानी से परेशान गांव बांस के लोग
नारनौंद (निस):
गांव बास की मुख्य गली में पिछले पांच से पानी की निकासी न होने के कारण गंदा पानी भरा रहता है। जिसके कारण ग्रामीण नरकीय जीवन जीने पर मजबूर हो रहे हैं। इस समस्या को लेकर ग्रामीण बड़े अधिकारी से मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन उनकी सुनवाई कोई नहीं कर रहा। बास गांव को आदर्श गांव का दर्जा भी मिला हुआ था। ग्रामीण महिलाएं ममता शर्मा, शीला, गुड्डी, सुमन, सुमित्रा, कमलेश, भतेरी, चंदों इत्यादि ने बताया कि हमारा इस गांव में रहना दुर्भर हो रहा है। या तो सरकार हमारी समस्या का समाधान कर दें अन्यथा हमें पाकिस्तान में भेज दे। हर अधिकारी के दरवाजे पर दस्तक दे चुके हैं। लेकिन हमारी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है। गांव के सरपंच भी सारा नजारा देख रहे हैं। हमारे छोटे-छोटे बच्चे जब स्कूल में जाते हैं तो काफी बार इस गंदे पानी में गिर जाते हैं। उनकी पढ़ाई भी वंचित होती हैं। कोई भी अच्छा कार्य करने के लिए कही जाते हैं तो हमे इस गंदे पानी में से निकलना पड़ता हैं। हमारे पांवों में एलर्जी के कारण बीमारी लग चुकी। काफी महिलाएं अपने पावों में पायल तक पहनने के लिए तरस रही हैं। ग्रामीण हरिओम शर्मा, अंकित, कपिल, सतीश, विनोद, संजय, राजबीर, रोशन, ईश्वर, रामचन्द्र इत्यादि ने बताया कि पिछले सालों से इस गली में गंदापानी भरा रहता हैं। जिसमें कीड़े व मच्छर इतनी ज्यादा संख्या में पनप चुके हैं गांव में कोई भी भयंकर बीमारी फैलने का भय बना हुआ है। इस समस्या को लेकर काफी बार जिला उपायुक्त से भी शिकायत कर चुके हैं।