3 गांवों के लोगों ने सिंघाना बिजलीघर घेरा, कर्मचारियों को बाहर निकाल जड़ा ताला
सफीदों, 27 जून (निस)
उपमंडल सफ़ीदों के गांव सिंघाना के 33केवीए बिजलीघर के मेन गेट को बिजली आपूर्ति को इससे जुड़े 3 गांवों के किसानों ने बिजली समस्या को लेकर ताला जड़ दिया। अनियमित बिजली आपूर्ति से परेशान गांव सिंघाना, पाजू व छाप्पर के किसान आज इस बिजली घर पहुंचे जहां तैनात बिजली कर्मचारियों से पहले के शेड्यूल अनुसार बिजली देने की मांग की जिसपर बिजली कर्मचारियों ने कहा कि उच्चाधिकारियों के जैसे आदेश हैं उसके अनुसार ही बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। उसके बाद ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों को फोन मिलाए लेकिन कोई जवाब ना मिलने पर ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने कर्मचारियों को बाहर निकालकर गेट को ताला जड़ दिया।
ग्रामीणों की मांग थी कि उन्हें पहले चल रहे शेड्यूल के मुताबिक ही बिजली दी जाए।
उनका कहना था कि पिछले कई दिनों से बिजली समस्या गहराई हुई है और वे अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। उनके गांवों में बिजली का शेड्यूल पहले सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक का था लेकिन पिछले कई दिन से इस शेड्यूल को बदलकर सांय 4 बजे से रात 12 बजे तक का कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना था कि बिजली निगम अधिकारियों द्वारा जारी किया गया यह शेड्यूल उन्हें माफिक नहीं है जिसके कारण उनकी धान की रोपाई प्रभावित हो रही है। उनका कहना था कि धान की रोपाई के काम मे पानी, मजदूर व ट्रैक्टर की आवश्यकता होती है। दिन में तो ये सभी उपलब्ध रहते हैं लेकिन रात में न मजदूर मिलते हैं और न ही टैक्ट्रर।
बिजली समय पर न मिल पाने के कारण उनकी धान की पनीरी सूखने के कगार पर पहुंच गई है। काफी किसानों ने तो महंगे ठेके पर जमीनें ली हुईं हैं।
अगर उन्हें समय पर बिजली नहीं मिली तो वे आर्थिक रूप से मारे जाएंगे क्योंकि अगर जमीन में धान की रोपाई नहीं हुई तो वे जमीन का ठेका नहीं दे पाएंगे।
किसानों का कहना था कि सरकार का आदेश है कि किसानों को खेतों में 8 से 10 घंटे बिजली दी जाए लेकिन उन्हें मात्र 6 घंटे ही बिजली दी जा रही है। बिजली निगम के कर्मचारी उनके शेड्यूल की बिजली कम करके और अघोषित कट लगाकर हैचरियों को बिजली उपलब्ध करवा रहे हैं। किसानों ने बताया कि वे दो दिन पहले भी अधिकारियों से मिले थे और उन्होंने शेड्यूल को बदलने की हामी भरी थी लेकिन बदला नहीं। उन्होंने आज भी अधिकारियों के पास फोन मिलाए थे लेकिन किसी भी अधिकारी ने फोन नहीं उठाया और मजबूर होकर उन्हें यह तालाबंदी करनी पड़ी। किसानों ने बताया कि पिछले साल भी ऐसा हुआ था और उन्हें धरना व प्रदर्शन करना पड़ा था और अबकि बार भी निगम प्रशासन द्वारा वही हालात पैदा किए जा रहे हैं। किसानों ने साफ किया कि अगर उनका शेड्यूल ठीक नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे।
सूचना पाकर बिजली निगम के एसडीओ अंकुश गर्ग व सदर थाना से सब इंस्पेक्टर दीपक मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। उसके बाद जींद से निगम के एक्सईएन विकास मलिक मौके पर पहुंचे जिन्होंने शेड्यूल बदलने का आश्वासन देकर बिजलीघर को तालाबंदी से मुक्त कराया।