कीर्तन दरबार में उमड़ी संगत
अंबाला शहर, 8 दिसंबर (हप्र)
गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस को समर्पित 3 दिवसीय समागम के दौरान ऐतिहासिक गुरुद्वारा शीशगंज में कीर्तन दरबार सजाया गया। कीर्तन दरबार में बड़ी संख्या में भारी संख्या में पहुंची संगत ने गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष शीश नवाया और कीर्तन श्रवण किया। कार्यक्रम में दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी भाई इंदरपाल सिंह ने शबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया। हजूरी रागी भाई गुरमीत सिंह शांत के जत्थे ने संगत को भी रागों व सुर की जानकारी दी। तरविंदरपाल सिंह एवं संगत की मांग पर हजूरी रागी भाई गुरमीत सिंह शांत ने ऐतिहासिक गुरुद्वारा मंजी साहिब में जल्द ही रागों में कीर्तन करने का प्रशिक्षण देने का आश्वासन भी दिया। श्री गुरु तेग बहादुर साहिब सेवा सोसायटी एवं हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी, खालसा फौज जत्था व संगत के सहयोग द्वारा करवाए जा रहे इस समागम में हरियाणा कमेटी के वरिष्ठ उपप्रधान सुदर्शन सिंह सहगल, सदस्य तरविंदरपाल सिंह, इंदरजीत सिंह वासूदेवा, राजिंदर सिंह, कैप्टन दिलबाग सिंह, हरपाल सिंह कंबोज सहित विभिन्न धार्मिक जत्थेबंदियों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की।
हरियाणा कमेटी के वरिष्ठ उपप्रधान सुदर्शन सिंह सहगल ने संगत से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को गुरु इतिहास से जोड़े। औरंगजेब जबरन धर्म परिवर्तन करवा रहा था तब गुरु साहिब ने धर्म की रक्षा करने और धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए अपना बलिदान दिया था। हम सब को भी उनसे शिक्षा लेकर अपने धर्म के प्रति अडिग रहना चाहिए। कार्यकारी सदस्य टीपी सिंह ने हरियाणा कमेटी की ओर से बैसाखी पर पाकिस्तान धार्मिक यात्रा के लिए पासपोर्ट संस्था के गुरुद्वारे या हैड ऑफिस कुरुक्षेत्र में जमा करवाने की अपील की।