टैंट के बीच लगाये सोलर पैनल, एसी, कूलर व डिश लगाकर ले रहे टीवी का मज़ा
राजपुरा, 30 जून (निस)
बढ़ती गर्मी के बावजूद पिछले 4 महीने से शंभू बॉर्डर पर किसान धरने पर डटे हुये हैं। वहीं गर्मी के बीच बॉर्डर पर बिजली की समस्या का भी समाधान किसानों ने निकाल लिया है। काफी दिनों तक बिजली की कमी के बाद भी किसान टस से मस नहीं हुए और उन्होंने इसका तोड़ निकालते हुए धरनास्थल पर बिजली की व्यवस्था करने के लिए सोलर पैनल और सोलर इन्वर्टर लगाने शुरू कर दिए हैं। किसानों ने मोबाइल फोन चार्ज करने लिए कई जगहों पर चार्जिंग प्वॉइंट भी बनाए हैं। किसानों ने बिजली की सुविधा के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया है।
टैंट सिटी के बीच सोलर प्लेट्स लगाई गईं हैं जो कई घंटों के लिए बिजली पैदा कर सकती है। इतना ही नहीं टैंट व ट्रालियों में एसी, कूलर व डिश लगाकर टेलीविजन से देश-विदेश की खबरों का आन्नंद ले रहे हैं।
प्रदर्शन में शामिल किसान कहते हैं कि लोगों को लगता है कि किसानों का मतलब हल जोतना है पर आज का किसान पढ़ा-लिखा और आधुनिक है, वो खेतों में हल चलाना जानता है तो उन्हें आविष्कार करना भी आता है। वो आधुनिकता से लैस है, अब किसान सूचनाएं पाने के लिए फोन कॉल के साथ टीवी और डिश लगाने लगे हैं। कई ट्रैक्टर-ट्रॉली में डिश टीवी लगे हैं। किसान हरजीत सिंह ने कहा कि छोटा टीवी खरीदकर लाए हैं। जिसे डिश के साथ चलाया गया है क्योंकि सरकार का कोई भरोसा नहीं कब इंटरनेट बंद कर दें। ऐसे में टीवी पर न्यूज देख पाएंगे।
142 दिनों से चल रहा हाईटेक धरना
ट्रैक्टर-ट्राली बने घर, सोलर पैनल, वाईफाई की सुविधा, रोटी व कपड़े धोने की भी मशीनें हाइटेक किसानों का आंदोलन पिछले 142 दिनों से नेशनल हाईवे शंभू बार्डर पर चल रहा है जो 23 फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून लागू करवाने की मांग पर डटे हुयेे हैं। यहां ट्रैक्टर-ट्राली में किसानों के घर बने हुए हैं इनमें एसी, इन्वर्टर, सोलर पैनल व वाईफाई की सुविधा भी मौजूद है। रोटी बनाने और कपड़े धोने के लिए मशीनें भी मौजूद हैं। रात को अंधेरे में डूबा रहने वाला धरना स्थल अब सोलर व जनरेटर की लाइटों से जगमगाता रहता है। भाकिमयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह घुमाना का कहना है कि वैसे तो धरना स्थल पर सरकारी ट्रांसफार्मर लगा हुआ है लेकिन उससे बिजली की सही अपुर्ति नहीं हो पाती जिसके चलते सोलर पैनल लगवाए जा रहे हैं।