सरकारी रेट पर फसल बेचने वाले किसानों का भुगतान अटका, जताया रोष
चरखी दादरी, 5 अप्रैल (हप्र) : दादरी की अनाज मंडी में सरकारी रेट पर फसल बेचने वाले किसानों का भुगतान अटका हुआ है। सप्ताह बाद भी किसानों को फसल का भुगतान नहीं मिल रहा है। इसके अलावा मंडी आने वाले किसान मंडी की व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं हैं और उनमें रोष बना हुआ है। किसानों का कहना है कि पीने का पानी तक उपब्ध नहीं होने के कारण वे भूखे प्यासे लाइनों में लग रहे हैं।
सरकारी रेट पर खरीद के लिये व्यवस्था से नाराज
बता दें कि चरखी दादरी अनाज मंडी में सरसों की आवक में काफी तेजी आई है और इस सप्ताह सैकड़ों की संख्या में किसान हजारों क्विंटल सरसों लेकर मंडी पहुंचे हैं। मार्केट कमेटी द्वारा मंडी आने वाले किसानों के लिए सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त करने का दावा किया जा रहा है। बावजूद इसके मंडी आने वाले किसान व्यवस्थाओं से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं।
भूखे प्यासे लाइन में लगे हैं किसान
किसान उमेद सिंह रानीला, आजाद सिंह, करतार व संजय इत्यादि का कहना है कि दूसरी व्यवस्था तो दूर उनको पीने का पानी तक नहीं मिल पा रहा है और भूखे-प्यासे लाइनों में लगकर फसल बेच रहे हैं। ट्रैक्टरों की लाइनों के बीच घंटों इंतजार के बाद नंबर आया तो गेट पास सुचारू रूप से नहीं काटे जाने के कारण उन्हें परेशानी हो रही है। उनकी फसल का भुगतान 72 घंटे में करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन उन्हें मंडी में फसल बेचे एक सप्ताह का समय हो चुका है और उनकी सरसों की पेमेंट अभी तक नहीं आई है।
सरकारी रेट पर फसल खरीद पर क्या बोले आढ़ती-
उधर आढ़ती बजरंग सिंह, दिनेश ने बताया कि किसान द्वारा मंडी में जो फसल बेची जाती है उसका उठान होने पर जे फार्म मिलता है जिसके बाद किसान के खाते में पेमेंट आती है। लेकिन उठान धीमी गति से हो रहा है और जो सरसों गोदाम पर पहुंची उसे रिजेक्ट कर वापिस मंडी भेज दिया गया जिसके चलते पेमेंट में देरी हो रही है। मार्केट कमेटी सचिव विजय कुमार ने पुख्ता प्रबंध का दावा किया और कहा कि बिजली-पानी सुचारू है।
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