डाक्टरों की हड़ताल सेे परेशान रहे मरीज
चरखी दादरी, 9 दिसंबर (हप्र)
चरखी दादरी में हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर जिले के 17 राजकीय स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात 60 चिकित्सकों ने शनिवार को दो घंटे ओपीडी नहीं देखी। इसके चलते सिविल अस्पताल, मातृ-शिशु अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाएं सुबह 9 से 11 बजे तक प्रभावित रहीं। हालांकि हड़ताल के बावजूद इमरजेंसी केस अटेंड किए गए। वहीं, चिकित्सकों की हड़ताल के चलते जिले में 800 से अधिक मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी।
हड़ताल के चलते शनिवार को चिकित्सकों ने सुबह 9 से 11 बजे तक ओपीडी नहीं देखी और हड़ताल पर रहे। चिकित्सकों ने 11 बजे के बाद सीट संभाली और इसके बाद ही मरीजों को उपचार मिल पाया। वहीं, चिकित्सकों की हड़ताल के चलते करीब 30 फीसदी ओपीडी प्रभावित रही और 800 मरीजों को बिना उपचार के ही लौटना पड़ा। अस्पताल में पहुंची सुमित्रा, कृष्णा व पूजा ने बताया कि उनको हड़ताल की जानकारी नहीं थी ऐसे में वे बिना उपचार के ही स्वास्थ्य केंद्रों से लौट गए। वहीं एचसीएमएस के जिला प्रधान राजीव बेनीवाल ने कहा कि दो घंटे जिले के सभी चिकित्सक हड़ताल पर रहे। इमरजेंसी केस अटैंड किए गए जबकि ओपीडी बंद रखी गई। प्रदेश की आम जनता की मांगों के चलते ही हड़ताल करनी पड़ी है।
जींद सिविल अस्पताल में मरीज रहे परेशान
जींद (हप्र) : जींद के सिविल अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक शनिवार को दो घंटे के लिए हड़ताल पर रहे। इस कारण सुबह 9 बजे की बजाय सुबह 11 बजे के बाद मरीजों की जांच और उपचार शुरू हो पाया। इससे मरीजों और उनके परिजनों को भारी को परेशानी हुई। सिविल अस्पताल में मरीजों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए ओपीडी पर्ची काउंटर व दवा खिड़की पर दवा वितरण के कार्य को सुचारू रखा गया। साथ ही इरमजेंसी सेवाओं को पूरी तरह से बहाल रखा गया। हालांकि जानकारी के अभाव में कई लोग सुबह ही अस्पतालों में स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार के लिए पहुंच गए, जिसके चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। दो घंटे की पैन डाउन हडताल रखने के बाद चिकित्सकों ने ओपीडी शुरू की, जिससे आमजन को राहत मिली।
‘अगर मांगें नहीं मानी तो होगा बड़ा आंदोलन’
रोहतक (निस) : दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक पर जाने वाले डाक्टरों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं कर रही, जिस वजह से उन्हें यह फैसला लेना पड़ा। इस दो घंटे की हड़ताल से रोहतक के सरकारी अस्पतालों में मरीज को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों ने साफ तौर पर सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो बड़े आंदोलन का ऐलान कर दिया जाएगा। शनिवार को दो घंटे की हड़ताल से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस यूनियन के जिला प्रधान डॉ विश्वजीत राठी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर अगर पीजी करना चाहते हैं तो उसके लिए बॉन्ड राशि एक करोड रुपए है।