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सरकारी डाॅक्टरों की पेन डाउन हड़ताल से मरीज हुये परेशान

07:42 AM Jul 16, 2024 IST
सरकारी डाॅक्टरों की पेन डाउन हड़ताल से मरीज हुये परेशान
कुरुक्षेत्र में सोमवार को अपनी मांगों के समर्थन में धरना देते डाॅक्टर। -हप्र
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कुरुक्षेत्र, 15 जुलाई (हप्र)
हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर एलएनजेपी अस्पताल में सरकारी चिकित्सकों ने हड़ताल पर रहते हुए ओपीडी नहीं देखी। इसके चलते सिविल अस्पताल, मातृ-शिशु अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाएं पूर्ण रूप से प्रभावित रहीं। हालांकि हड़ताल के बावजूद इमरजेंसी केस अटेंड किए गए। वहीं, चिकित्सकों की हड़ताल के चलते जिले में करीब 1500 से अधिक मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। इस दौरान चिकित्सकों ने जहां मांगे पूरी नहीं होने पर 25 जुलाई से एमरजेंसी सेवाएं भी बंद करने की दी चेतावनी वहीं आर-पार की लड़ाई का ऐलान भी किया। चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सुबह से ही ओपीडी नहीं देखी और हड़ताल पर रहे। चिकित्सकों की हड़ताल के चलते 100 फीसदी ओपीडी प्रभावित रही। चिकित्सकों के कक्ष खाली पड़े रहे और बाहर मरीजों की भीड़ लगी रही। मरीजों को घंटो इंतजार करने के बाद बैरंग लौटना पड़ा। मरीजों ने बताया कि डाक्टरों की हड़ताल का खामियाजा उनको भुगतना पड़ रहा है। वे दूर-दूर से इलाज के लिए पहुंचे लेकिन कोई डाक्टर व सुविधा नहीं होने से वापस लौटना पड़ रहा है।
जिला प्रधान डा. प्रदीप नागर ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में चिकित्सकों की स्थाई भर्ती, पीजी पॉलिसी में बॉन्ड की राशि एक करोड़ से घटाकर 50 लाख की जाए। उसके लिए कुछ गिरवी ना रखवाया जाए।
पानीपत (वाप्र) : नागरिक अस्पताल में डाक्टरों ने अपनी मांगों के लेकर सुबह 9 से 11 बजे तक हड़ताल की। इस दौरान मरीज भटकते रहे। डाक्टरों ने सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया। डाक्टरों ने कहा कि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो 25 जुलाई के बाद अनिश्चित हड़ताल की जाएगी।

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25 के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी

समालखा (निस) :  सामान्य अस्पताल के डॉक्टर भी अपनी मांगों को लेकर सोमवार को हड़ताल पर रहे। सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक हड़ताल रखी गई। डॉक्टरों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया। डॉक्टरों ने कहा कि अगर सरकार मांगें नहीं मानती है तो 25 जुलाई के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। वहीं हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी हुई। रविवार की छुट्टी होने के कारण सोमवार को ओपीडी खुली तो मरीजों की संख्या भी ज्यादा रही। मरीज उपचार करवाने के लिए ओपीडी में गए लेकिन डॉक्टर नहीं मिले। इसके चलते मरीजों को इंतजार करना पड़ा। एसएमओ डॉ. निधि मुंजाल ने बताया कि एसोसिएशन के आह्वान पर सुबह 9 से 11 बजे तक ओपीडी को बंद रखा गया था। डॉक्टरों ने सुचारू तरीके से मरीजों की जांच कर उन्हें इलाज दिया।

ओपीडी में दिखी मरीजों की लंबी लाइनें

सिरसा (हप्र) : चिकित्सकों के हड़ताल पर रहने के दौरान नागरिक अस्पताल की ओपीडी स्लिप सुविधा भी शुरू नहीं हुई। अस्पताल की ओपीडी में लंबी-लंबी लाइनें देखी गई। नागरिक अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों को कई घंटों तक ओपीडी के बाहर डॉक्टर के इंतजार में खड़े रहे, लेकिन डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के कारण उनको इलाज नहीं मिला। इससे पूर्व हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन से जुड़े सभी चिकित्सक अस्पताल में एकत्रित हुए और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर रोष व्यक्त किया। रविवार की छुट्टी होने के कारण सोमवार को ओपीडी खुली तो मरीजों की संख्या भी ज्यादा रही। मरीज उपचार करवाने के लिए जैसे ही ओपीडी काउंटर पर गए तो उन्हें पता चला कि डॉक्टर दो घंटे की हड़ताल पर है। इसके चलते मरीजों ने बाहर बैठकर ओपीडी काउंटर खुलने का इंतजार किया। उप सिविल सर्जन डा. बुधराम ने बताया कि हमने पहले भी सरकार के सामने अपनी मांगें रखी थी। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आश्वासन दिया था कि सरकार उनकी मांगों पर विचार कर रही है और जल्द उन्हें पूरा किया जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है।

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