पंचकूला पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
पंचकूला, 24 सितंबर (हप्र)
मंगलवार को पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक के नेतृत्व में पंचकूला पुलिस ने जिला में अलग-अलग स्थानों पर थाना प्रभारियों व सीआईएसएफ, अर्धसैनिक बल के सहयोग से विधानसभा चुनाव के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर फ्लैग मार्च निकाला।
चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलवार को सेक्टर 5, 7, 14, सेक्टर 20, चंडीमन्दिर, कालका, पिंजौर, रायपुररानी इत्यादि में फ्लैग मार्च निकाला गया।
पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक ने बताया कि राज्यभर में आचार संहिता लागू है। चुनाव को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही ना हो और जिला में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 5 विशेष कंपनियां बनाई गई हैं।
बार्डर नाकों पर 12 स्टेटिक सर्विलेंस टीम स्थापित की गई हैं जिनके द्वारा लगातार कड़ी निगरानी की जा रही है। पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक ने बताया कि इस फ्लैग मार्च का उद्देश्य आमजन में सुरक्षा की भावना पैदा करना है ताकि वे निर्भय होकर अपना मतदान कर सकें। फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस ने लोगों को बिना किसी डर भय के चुनाव प्रकिया में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
637 टीमों के 2548 कर्मचारियों को प्रशिक्षण
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डा. यश गर्ग ने आज इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में आयोजित पीठासीन, सहायक पीठासीन और पोलिंग अधिकारियों की रिहर्सल की अध्यक्षता की। उन्होंने मतदान के लिए गठित टीमों को उचित दिशा-निर्देश दिए। डा. यश गर्ग ने बताया कि हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2024 को चुनाव आयोग की गाइडलाइन के अनुसार करवाया जाना है। चुनाव पारदर्शी, निष्पक्ष और बिना पक्षपात होना चाहिए। चुनाव प्रक्रिया में मतदान करवाने वाली टीम यानी पीठासीन, सहायक पीठासीन और पोलिंग अधिकारी महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। इसीलिए पूरी टीम का आचार, विचार और व्यवहार अच्छा रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनों का लेकर पीठासीन अधिकारी को सतर्क रहना है। उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी में सबसे पहले मॉकपोल को संपन्न करवाना है। टीम मतदान केन्द्र पर जाते या वापस आते समय सरकारी वाहन का प्रयोग करेगी। जिला पंचकूला में 455 मतदान केन्द्र स्थापित किये गए हैं। इनमें मतदान करवाने के लिए 2548 अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। जिला के 455 केंद्रों के लिए 140 प्रतिशत यानी 637 टीमों को तैयार किया है। प्रत्येक टीम में एक पीठासीन, एक सहायक पीठासीन और दो-दो पोलिंग अधिकारी शामिल हैं। सभी केन्द्रों पर एक-एक टीम भेजी जाएगी और 40 फीसदी टीम को रिजर्व रखा जाएगा।