पंचायत ने विवाह, सगाई पर शगुन लेने व मृत्युभोज पर लगाया प्रतिबंध
कैथल, 1 अप्रैल (हप्र)
विवाह शादी में दहेज, शगुन व मृत्युभोज जैसी कुरीतियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए संगठन और ग्राम पंचायत आगे आ रही हैं। रविवार को ढांडा खाप ने पड़ोस के गांव में रिश्ता करने सहित सात कुरीतियों पर प्रतिबंध लगाया था।
अब सोमवार को गांव कठवाड़ की पंचायत ने भी एक प्रस्ताव पास कर मृत्युभोज और सगाई-ब्याह में शगुन लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है। गांव की पुरानी चौपाल में सरपंच जागर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में पंचायत व ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिए।
सरपंच जागर सिंह ने बताया कि पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि गांव का स्कूल अपग्रेड होकर 10 जमा दो का हो गया है। अब स्कूल में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए ग्राम पंचायत घर-घर जाकर बच्चों को दाखिला लेने के लिए प्रेरित करेगी, ताकि स्कूल में संख्या बढ़ सके। पंचायत में फैसला लिया गया कि कोई भी ग्रामीण विवाह, सगाई या किसी अन्य वैवाहिक कार्यक्रम में शगुन के तौर पर किसी भी रिश्तेदार या ग्रामीण से कोई रुपया नहीं लेगा।
गांव में किसी की भी मृत्यु होने के बाद राख व अस्थियां एकत्र करने के लिए सुबह 8:00 का समय निर्धारित किया गया है। किसी की भी मृत्यु होने के बाद कोई भी ग्रामवासी मृत्युभोज का आयोजन नहीं करेगा। मृत्युभोज पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। ज्ञात रहे कि रविवार को कलायत में प्रधान देवव्रत ढांडा की अध्यक्षता में हुई ढांडा खाप में भी सर्वसम्मति से सात निर्णय लिए गए थे।
इनमें लिव इन रिलेशन, पड़ोस के गांव में रिश्तों पर प्रतिबंध, पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति द्वारा एक-एक पेड़ लगाने, जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने के लिए पराली न जलाने, जल संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति और कलायत के गांव किठाना में ढांडा खाप चबूतरे का निर्माण शामिल है।