Panchang 28 May 2025: आज है भगवान गणेश का दिन, यहां पढ़ें बुधवार व्रत की पूजा विधि
चंडीगढ़, 28 मई (वेब डेस्क)
Budhwar Vrat: सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी के पूजन से की जाती है। बुधवार का दिन गणपति को समर्पित होता है, इस दिन व्रत करने से बुद्धि, समृद्धि और विघ्न-विनाशक कृपा प्राप्त होती है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक गणेश जी का बुधवार व्रत किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से शुरू करना शुभ होता है। व्रती 7, 11 या 21 बुधवारों तक व्रत कर सकते हैं। संकल्प के बाद उद्यापन करना आवश्यक माना गया है।
व्रत के लिए प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें। पूजा के लिए ईशान कोण में चौकी पर हरा वस्त्र बिछाकर गणेश जी की प्रतिमा रखें। पंचामृत से अभिषेक करें और 11 दूर्वा अर्पित करें। गणपति को मोदक या बेसन के लड्डू का भोग लगाएं, कथा व आरती करें। शाम को सात्विक भोजन करें। इस व्रत में नमक नहीं खाना चाहिए और बेटियों का सम्मान करना चाहिए। एक समय भोजन करें। दही, फल, दूध व हरी मूंग का हलवा सेवन किया जा सकता है।
Panchang 28 May 2025: राष्ट्रीय मिति ज्येष्ठ 07, शक संवत 1947
विक्रम संवत 2082
सौर मास ज्येष्ठ मास प्रविष्टे 15
अंग्रेजी तिथि 28 मई 2025 (बुधवार)
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोल, ग्रीष्म ऋतु
तिथि द्वितीया (अर्धरात्रोत्तर 01:55 तक), उपरांत तृतीया
नक्षत्र मृगशिरा (अर्धरात्रोत्तर 12:29 तक), उपरांत आद्र्रा
योग धृतिमान (सायं 07:09 तक), उपरांत शूल
करण बालव (अपराह्न 03:29 तक), उपरांत तैतिल
राहुकाल मध्याह्न 12:00 से 01:30 तक
विजय मुहूर्त दोपहर 2:37 से 3:32 तक
निशिथ काल रात 11:58 से 12:39 तक
गोधूलि बेला शाम 7:11 से 7:32 तक
चंद्रमा की राशि वृष (अपराह्न 01:37 तक), उपरांत मिथुन
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।