Panchang 26 March 2025: क्यों करना चाहिए बुधवार का व्रत, क्या हैं इसके नियम, यहां पढ़ें...
चंडीगढ़, 26 मार्च (ट्रिन्यू)
Budhwar Vrat: बुधवार का दिन भगवान गणेश और बुध देव को समर्पित है। इस दिन व्रत करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। बुधवार व्रत करने से व्यापार में उन्नति होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
Budhwar Vrat: व्रत आरंभ एवं नियम
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक बुधवार व्रत शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से शुरू किया जाता है और इसे 21 या 45 बुधवार तक किया जाता है। व्रत रखने वाले व्यक्ति को इस दिन स्नान करके घर के ईशान कोण में भगवान गणेश व बुध देव की पूजा करनी चाहिए। पूजा के दौरान दीपक जलाएं, आरती करें और हरे वस्त्र धारण करें। भगवान गणेश को हलवा, बेसन के लड्डू या पंजीरी का भोग लगाएं।
Budhwar Vrat: क्या खाएं व क्या न खाएं
बुधवार व्रत में केवल एक समय भोजन करना चाहिए। इस दिन दही, हरी मूंग दाल का हलवा और हरी वस्तुओं से बने भोजन का सेवन करना शुभ माना जाता है। साथ ही, दूध, फल आदि भी खा सकते हैं। व्रत में नमक और पान का सेवन नहीं करना चाहिए। बुधवार व्रत करने से भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सफलता, समृद्धि तथा शांति बनी रहती है।
Panchang 26 March 2025: राष्ट्रीय मिति चैत्र 05, शक संवत 1946
तिथि चैत्र कृष्ण द्वादशी (अर्धरात्रि 01:43 तक) उपरांत त्रयोदशी
वार बुधवार
विक्रम संवत 2081
सौर मास चैत्र (प्रविष्टे 13)
अंग्रेजी तिथि 26 मार्च 2025
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोल
ऋतु बसंत
राहुकाल दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक
नक्षत्र धनिष्ठा (02:30 AM तक) उपरांत शतभिषा
योग सिद्ध (12:25 PM तक) उपरांत साध्य
करण कौलव (02:45 PM तक) उपरांत गर
विजय मुहूर्त 02:30 PM से 03:19 PM तक
निशीथ काल 12:03 AM से 12:50 AM तक
गोधूलि बेला 06:34 PM से 06:58 PM तक
चंद्रमा राशि परिवर्तन मकर (03:15 PM तक) उपरांत कुंभ
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।