Panchang 25 December 2024: क्यों होती है विघ्नहर्ता गणेश की पूजा सबसे पहले, ये है पैराणिक कथा
चंडीगढ़, 25 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Panchang 25 December 2024: किसी भी शुभकार्य को शुरू करने से पहले गणेश जी की पूजा सबसे पहले की जाती है। आपको पता है ऐसा क्यों होता है। आइए आज आपको बताते हैं...
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार सभी देवता भगवान शिव के पास गए और पूछा कि सबसे पहले किस देवता की पूजा होनी चाहिए। भगवान शिव ने सभी देवताओं के अहंकार को समझते हुए एक परीक्षा ली। उन्होंने कहा कि जो संपूर्ण ब्रह्मांड की परिक्रमा सबसे पहले करके आएगा, वही सबसे पहले पूजनीय होगा।
सभी देवता अपने-अपने वाहनों पर बैठकर ब्रह्मांड की परिक्रमा करने निकल गए। परंतु गणेश जी ने अपने माता-पिता, भगवान शिव और मां पार्वती को ही संपूर्ण ब्रह्मांड मानते हुए उनकी सात परिक्रमा की और उनके चरणों में हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया।
जब अन्य देवता अपनी परिक्रमा पूरी कर लौटे, तो भगवान शिव ने गणेश जी को विजयी घोषित किया और उन्हें प्रथम पूजनीय का वरदान दिया। देवताओं ने आपत्ति जताई, तो भगवान शिव ने समझाया कि माता-पिता के चरणों में ही संपूर्ण ब्रह्मांड निहित है।
इस बात को सभी देवताओं ने स्वीकार किया और गणेश जी को प्रणाम किया। तभी से भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय माना गया और किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा की जाती है।
Panchang 25 December 2024
विवरण समय/स्थिति
राष्ट्रीय मिति पौष 04, शक संवत 1946
विक्रम संवत 2081
सौर मास पौष (प्रविष्टे 11)
अंग्रेजी तारीख 25 दिसम्बर 2024
सूर्य स्थिति उत्तरायण, दक्षिण गोल
ऋतु शिशिर
राहुकाल मध्याह्न 12:00 से 01:30
तिथि दशमी (रात्रि 10:30 तक) उपरांत एकादशी प्रारंभ
नक्षत्र चित्रा (अपराह्न 03:22 तक), उपरांत स्वाति
योग अतिगण्ड (रात्रि 09:47 तक), उपरांत सुकर्मा
विजय मुहूर्त दोपहर 02:12 से 02:53
निशिथ काल मध्यरात्रि 12:00 से 12:54
गोधूलि बेला शाम 05:38 से 06:05
अमृत काल सुबह 07:11 से 08:29
करण वणिज (प्रातः 09:12 तक), उपरांत बव प्रारंभ
चन्द्रमा तुला राशि पर संचार करेगा
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।