Panchang 24 May 2025: शनि प्रदोष व्रत आज, ढैय्या से परेशान जातक करें ये उपाय
चंडीगढ़, 24 मई (ट्रिन्यू)
Shani Pradosh Vrat: आज मई माह का अंतिम शनि प्रदोष व्रत है। यह व्रत भगवान शिव और शनि देव को समर्पित होता है। प्रदोष व्रत हर पक्ष में एक बार आता है शुक्ल और कृष्ण पक्ष में। जब यह व्रत शनिवार को पड़ता है तो इसे शनि प्रदोष कहा जाता है, जिससे शिव के साथ शनिदेव की कृपा भी प्राप्त होती है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक प्रदोष व्रत के दिन प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें। घर के मंदिर को गंगाजल से शुद्ध करें और शिव परिवार की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। शिव-गौरी को फूल, फल, धूप, नैवेद्य अर्पित कर 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें। शाम के समय शिवलिंग पर जल अर्पण करें। बेलपत्र, धतूरा, भांग, शहद, और गन्ना चढ़ाएं। प्रदोष काल में शनिदेव के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि स्तोत्र का पाठ करें।
शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित जातक पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाएं, शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करें, और काले तिल, कंबल, लोहे के बर्तन का दान करें। शनि चालीसा, शनि स्तोत्र तथा हनुमान चालीसा का पाठ करें।
Panchang 24 May 2025: अंग्रेजी तिथि 24 मई 2025 (शनिवार)
राष्ट्रीय मिति ज्येष्ठ 03, शक संवत 1947
विक्रम संवत 2082
सौर मास ज्येष्ठ (प्रविष्टे 11)
चंद्र मास ज्येष्ठ, कृष्ण पक्ष
तिथि द्वादशी (सायं 07:21 तक), उपरांत त्रयोदशी
नक्षत्र रेवती (अपराह्न 01:48 तक), उपरांत अश्विनी
योग आयुष्मान (अपराह्न 03:00 तक), उपरांत सौभाग्य
करण कौलव (प्रातः 09:01 तक), उपरांत गर
चंद्र राशि मीन (01:48 अपराह्न तक), उपरांत मेष
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोलार्ध
ऋतु ग्रीष्म
राहुकाल प्रातः 09:00 से 10:30 तक
विजय मुहूर्त दोपहर 02:36 से 03:30 तक
निशिथ काल रात्रि 11:57 से 12:38 तक
गोधूलि बेला संध्या 07:09 से 07:30 तक
व्रत/त्योहार शनि प्रदोष व्रत
पंचक समाप्त अपराह्न 01:48 तक
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।