Panchang 24 january 2025: एकादशी के दिन क्यों नहीं खाना चाहिए चावल, जानें इसकी वजह
चंडीगढ़, 24 जनवरी (ट्रिन्यू)
Panchang 24 january 2025: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक मान्यता है कि एकादशी व्रत से पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एकादशी के दिन चावल खाना वर्जित है। एक कथा के अनुसार, माता शक्ति के क्रोध से बचने के लिए महर्षि मेधा ने शरीर त्याग दिया था, और उनके अंश पृथ्वी में समा गए, जो चावल और जौ के रूप में प्रकट हुए। इसलिए, इस दिन चावल खाना महर्षि मेधा के मांस और रक्त का सेवन करने के समान माना जाता है।
ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, चावल में जल तत्व अधिक होता है, जो चंद्रमा से प्रभावित होता है। इसे खाने से शरीर में जल की मात्रा बढ़ती है, जिससे मन विचलित और चंचल हो जाता है। इससे व्रत के नियमों का पालन कठिन हो जाता है। इसलिए, एकादशी के दिन चावल और इससे बनी चीजों का त्याग कर सात्विकता बनाए रखना आवश्यक माना गया है।
Panchang 24 january 2025: विवरण तिथि/समय
राष्ट्रीय मिति माघ 04, शक संवत 1946
माघ कृष्ण, दशमी, शुक्रवार, विक्रम संवत 2081
सौर माघ मास प्रविष्टे 11
अंग्रेजी तारीख: 24 जनवरी 2025
सूर्य स्थिति उत्तरायण, दक्षिण गोल, शिशिर ऋतु
राहुकाल पूर्वाह्न 10:30 से दोपहर 12:00 बजे तक
तिथि दशमी (सायं 07:26 तक), उपरांत एकादशी तिथि
नक्षत्र अनुराधा (अगले दिन सुबह 07:08 तक), उपरांत ज्येष्ठा नक्षत्र
योग वृद्धि योग (अगले दिन सुबह 05:08 तक), उपरांत ध्रुव योग
करण विष्टि (सायं 07:26 तक), उपरांत बव आरंभ
विजय मुहूर्त दोपहर 2:27 से 3:10
निशिथ काल मध्यरात्रि 12:13 से 1:05
गोधूलि बेला शाम 6:00 से 6:27
चंद्रमा की स्थिति वृश्चिक राशि में
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।