Panchang 22 March 2025: न्याय के देवता हैं शनिदेव, जानें क्या हैं पूजा के पांच मंत्र
चंडीगढ़, 22 मार्च (ट्रिन्यू)
Shani Mantra: शनिदेव नवग्रहों में न्याय के देवता माने जाते हैं। वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं, इसलिए ज्योतिष में उन्हें न्यायाधीश का स्थान प्राप्त है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक यदि किसी जातक की कुंडली में शनि दोष हो, तो उसे जीवन में कई कठिनाइयों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं, जिन पर शनिदेव की कृपा होती है, उनके जीवन में उन्नति के मार्ग खुलते हैं। मान्यता है कि विधिपूर्वक शनिदेव की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और रुके हुए कार्य पूर्ण होते हैं।
शनिदेव के प्रमुख मंत्र
- ॐ शनैश्चराय विदमहे छायापुत्राय धीमहि।
- ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः।।
- ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम। - सूर्यपुत्रो दीर्घदेहो विशालाक्ष: शिवप्रिय:।
दीर्घचार: प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि:।। - ॐ शं शनैश्चराय नमः।
Panchang 22 March 2025: राष्ट्रीय मिति चैत्र 01
शक संवत 1946
चैत्र कृष्ण, अष्टमी, शनिवार
विक्रम संवत् 2081
सौर मास चैत्र मास प्रविष्टे 09
अंग्रेजी तारीख 22 मार्च 2025 ई॰
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोल
ऋतु बसन्त ऋतु
राहुकाल प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक
तिथि अष्टमी (अगले दिन 05:24 तक), उपरांत नवमी
नक्षत्र मूल (अर्धरात्रि 03:24 तक), उपरांत पूर्वाषाढ़
योग व्यतीपात (सायं 06:36 तक), उपरांत वरीयान
विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:19 तक
निशीथ काल मध्यरात्रि 12:04 से 12:51 तक
गोधूलि बेला शाम 06:32 से 06:56 तक
करण बालव (सायं 04:54 तक), उपरांत तैतिल
चंद्रमा राशि धनु राशि
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।