Panchang 1 May 2025: मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला माना जाता है वीरवार का व्रत, पढ़ें क्या हैं इस व्रत के नियम
चंडीगढ़, 1 मई (ट्रिन्यू)
Panchang 1 May 2025: आज वीरवार है। वीरवार का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को समर्पित होता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से विष्णु जी के साथ माता लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है, जिससे मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और विवाह संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक वीरवार व्रत की शुरुआत अनुराधा नक्षत्र और शुक्ल पक्ष की तिथि से करना शुभ माना जाता है। हालांकि, पौष माह में व्रत शुरू नहीं करना चाहिए, लेकिन जो पहले से व्रत कर रहे हैं वे इसे जारी रख सकते हैं। यह व्रत पुरुष और महिलाएं दोनों रख सकते हैं। आमतौर पर 16 वीरवार का व्रत विशेष फलदायी माना गया है, लेकिन इसे 1, 3, 4, 7 या पूरे एक वर्ष तक भी किया जा सकता है।
व्रत के दिन प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें और भगवान विष्णु व बृहस्पति देव की पूजा करें। पूजा में पीले वस्त्र, फूल, फल, केले के पत्ते और मिठाई चढ़ाएं। व्रत कथा पढ़ें और आरती करें। इस दिन केवल एक बार बिना नमक का भोजन करना चाहिए।
Panchang 1 May 2025: राष्ट्रीय मिति वैशाख 11, शक संवत 1947
विक्रम संवत् 2082
तिथि वैशाख शुक्ल चतुर्थी (पूर्वाह्न 11:24 तक), उपरांत पंचमी
वार बृहस्पतिवार
सौर मास वैशाख मास प्रविष्टे 19
अंग्रेजी तारीख 01 मई 2025 ई॰
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोल
ऋतु ग्रीष्म ऋतु
राहुकाल अपराह्न 01:30 से 03:00 बजे तक
नक्षत्र मृगशिरा (02:21 अपराह्न तक), उपरांत आद्र्रा नक्षत्र
योग अतिगण्ड (प्रातः 08:04 तक), उपरांत सुकर्मा योग
करण विष्टि करण (11:24 पूर्वाह्न तक), उपरांत बालव करण
विजय मुहूर्त दोपहर 02:31 से 03:24 तक
निशिथ काल रात 11:57 से 12:39 तक
गोधूलि बेला शाम 06:55 से 07:17 तक
चंद्र राशि मिथुन राशि
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।