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Oral Sunscreen : ड्रिंकेबल सनस्क्रीन; नया ट्रेंड या स्किन के लिए खतरा? जानिए एक्सपर्ट की राय

12:38 PM May 13, 2025 IST

चंडीगढ़, 13 मई (ट्रिन्यू)

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Oral Sunscreen : सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी (UV) किरणों से त्वचा को बचाने के लिए अब केवल क्रीम या लोशन नहीं बल्कि "पीने वाली सनस्क्रीन" का भी चलन बढ़ता जा रहा है। यह एक नई और उभरती हुई तकनीक है, जिसे "Oral Sunscreen" या "Ingestible Sunscreen" भी कहा जाता है। यह सनस्क्रीन कैप्सूल, टैबलेट, या तरल रूप में उपलब्ध होती है और शरीर के अंदर से त्वचा को UV किरणों से सुरक्षा देने का दावा करती है।

पीने वाली सनस्क्रीन क्या है?

पीने वाली सनस्क्रीन दरअसल कुछ विशेष एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स, और नेचुरल एक्सट्रैक्ट्स (जैसे पोलिपोडियम ल्यूकोटमोस, लाइकोपीन, ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट, बीटा-कैरोटीन आदि) से बनी होती है। इनका काम त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से अंदर से सुरक्षा देना होता है, जिससे सनबर्न, पिग्मेंटेशन और फाइन लाइन्स जैसी समस्याओं से राहत मिल सके।

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पीने वाली सनस्क्रीन के मुख्य फायदे

लंबे समय तक असर

पारंपरिक सनस्क्रीन को हर 2-3 घंटे में दोबारा लगाना पड़ता है, खासकर पसीना आने या तैराकी के बाद। लेकिन पीने वाली सनस्क्रीन शरीर में अवशोषित होकर लंबे समय तक असर बनाए रखती है।

पूरे शरीर की सुरक्षा

कई बार हम चेहरे और हाथों पर ही सनस्क्रीन लगाते हैं लेकिन गर्दन, कान, या पीठ जैसे हिस्से छूट जाते हैं। ओरल सनस्क्रीन पूरे शरीर को भीतर से सुरक्षा देती है।

सेंसिटिव स्किन वालों के लिए बेहतर विकल्प

जिनकी त्वचा पारंपरिक सनस्क्रीन से एलर्जिक होती है, उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसमें कोई टॉपिकल केमिकल नहीं होता।

एंटी-एजिंग लाभ

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे झुर्रियां और अन्य उम्र से जुड़ी समस्याएं कम हो सकती हैं।

सफर में फायदेमंद

सफर के दौरान या बाहर काम करते समय सनस्क्रीन लगाना मुश्किल हो सकता है। पीने वाली सनस्क्रीन से यह झंझट खत्म हो जाती है।

सावधानियां

भले ही पीने वाली सनस्क्रीन के कई फायदे हैं लेकिन विशेषज्ञ की मानें तो इसे पारंपरिक सनस्क्रीन का पूरी तरह से विकल्प नहीं माना जा सकता। यह एक सप्लीमेंट के रूप में काम करती है और इसे सामान्य सनस्क्रीन के साथ मिलाकर उपयोग करना बेहतर होता है। इसके अलावा, सभी ब्रांड्स वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नहीं होते इसलिए किसी भी सप्लीमेंट को लेने से पहले डॉक्टर या त्वचा विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है।

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